AIN NEWS 1: बता दें गुरुग्राम दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे पर ही उद्योग विहार में स्थित फाइव स्टार होटल रेडिसन में पूरे दो साल तक निजी कंपनी के निदेशकों ने सारी सुविधाएं लीं। लेकीन जब उनसे 51 लाख रुपये का होटल का बिल मांगा गया तो उन्होंने इसे देने से ही मना कर दिया। अब होटल की तरफ से ही उद्योग विहार थाने में इससे संबंधित कंपनी के निदेशकों के विरुद्ध एक केस दर्ज कराया गया।रेडिसन होटल की तरफ से ही प्रतिनिधि राकेश शर्मा ने दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा कि इच्छापूर्ति के नाम से ही जानी जाने वाली जीजीजे साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशकों ने अप्रैल 2021 से ही मार्च 2023 दो साल तक होटल में अपने कार्यक्रम, सेमिनार, रूम व अन्य आयोजनों के लिए भी करार किया।
उन्होने कहा कंपनी के इन निदेशकों पर हो गया 50 लाख से ज्यादा का बकाया
दो सालों में उन्होंने इसकी शुरुआत में कुछ राशि अदा कर दी थी। इसके बाद से ही उन्होंने रुपये देने बंद कर दिए। मार्च 2023 तक ही कंपनी के निदेशकों पर 50 लाख 86 हजार 852 रुपये का बकाया बिल हो गया।इसके बाद पहले इन निदेशकों से मोबाइल पर संपर्क किया गया, लेकिन जब कोई भी जवाब नहीं आया। फिर कई बार उन्हे ई-मेल कर राशि का भुगतान करने के लिए भी कहा गया।आरोपितों ने पहले तो रुपये देने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बाद भी उन्होने रुपये नहीं दिए। कई बार फोन किए जाने पर एक निदेशक ने होटल से बात की और उन्हें पैसे देने से साफ़ मना कर दिया। साथ ही उन्हे झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी।
होटल द्वारा दी गई शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपितों ने इससे पहले भी कई बार कई लोगों से धोखाधड़ी भी की है। उद्योग विहार थाना पुलिस ने सोमवार शाम को ही नामजद मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है।