Sunday, February 23, 2025

गोविंदपुरम में दो दिवसीय सनातन कॉन्क्लेव का हुआ शुभारंभ, कई देशों से पहुंचे हैं संत !

- Advertisement -
Ads
- Advertisement -
Ads

बता दे यूपी के गाजियाबाद के गोंविदपुरम स्थित प्रीतम फार्म हाउस में दो दिवसीय सनातन कॉन्क्लेव का हुआ शुभारंभ शानिवार को हुआ। इस दौरान काफी ज्यादा संत मौजूद रहे। शुभांरभ के दौरान श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के मुख्य संरक्षक मंहत हरि गिरि जी भी मौजूद थे उन्होने कहा कि सनातन धर्म मानवता का पर्याय है। सनातन धर्मं को मिटाने का प्रयास संपूर्ण मानवता को मिटाने जैसा है। हम सभी सनातन धर्म की रक्षा के लिए अडिग चट्टान की तरह खड़े है।  आपको बता दे कि श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा, दिल्ली संत महामंडल और अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित कॉन्क्लेव में 13 अखाड़ों और पंथ संप्रदाय के प्रतिनिधियों सहित अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और यूरोप से भी सनातन धर्म से जुड़े लोग पहुंचे और वहा चल रहे दो दिवसीय सनातन कॉन्क्लेव का हिस्सा बने और हरि गिरि जी के विचारो को सुना। बता दे कि इस मौके पर हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी तोमर का पगड़ी पहनाकर संत समाज ने समर्थन दिया साथ ही पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया।

 मंहत नारायण गिरी जी ने दी जानकारी

बता दे कि  श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्टीय प्रवक्ता मंहत नारायण गिरी ने कहा कि सनातन धर्म के शत्रु और सनातन धर्म के विरोधी सनाचन धर्मं को सबसे ज्यादा जातिवाद और छुआछूत का नाम लेकर बदनाम करते है जबकि जातिवाद और छुआछूत तो सनातन धर्म की मूल अवधाराण में ही नहीं है। साथ नारायण गिरी जी ने सनातन धर्म को वर्ण व्यवस्था पर आधारित किया है गिरी ने कहा कि सनातन धर्म तो वर्ण व्यवस्था पर आधारित है और वर्ण व्यक्ति के कर्म से निर्धारित होते है।

- Advertisement -
Ads

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Advertisement
Polls
Trending
Rashifal
Live Cricket Score
Weather Forecast
Latest news
Related news
- Advertisement -
कुंभ में कोई खो जाए तो क्या करें? तुरंत उठाएं ये जरूरी कदम! किस गाय का दूध सबसे स्वादिष्ट होता है? भारत का गोल्ड एटीएम: एक अनोखी पहल rusk factory video shared by doctor saying why children should not be fed rusk Heavy Rainfall in India, Various cities like Delhi, Gurgaon suffers waterlogging