AIN NEWS 1: उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम के साथ ही घने कोहरे और धुंध की समस्या आम हो जाती है। खासतौर पर सुबह और रात के समय दृश्यता (Visibility) बेहद कम हो जाती है, जिससे एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEDA) ने सभी एक्सप्रेसवे यात्रियों के लिए एक विस्तृत सुरक्षा परामर्श (Travel Advisory) जारी की है।
इस अपील का उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षित रखना, सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और कोहरे के दौरान अनुशासित यातायात सुनिश्चित करना है। आइए इस एडवाइजरी को आसान और स्पष्ट भाषा में समझते हैं।
घने कोहरे में यात्रा से पहले क्या करें
UPEDA के अनुसार, यदि एक्सप्रेसवे पर 50 मीटर से कम Visibility हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में यात्रा जारी रखना बेहद खतरनाक हो सकता है। ऐसे समय में यात्रियों को चाहिए कि—
नजदीकी Way Side Amenities,
टोल प्लाज़ा,
पेट्रोल पंप
पर वाहन को सुरक्षित तरीके से पार्क करें और तब तक आगे न बढ़ें, जब तक दृश्यता सामान्य न हो जाए।
यदि चालक को नींद, थकान या चक्कर महसूस हो रहा हो, तो जबरदस्ती वाहन चलाने के बजाय तुरंत वाहन रोककर विश्राम करें। कुछ देर का आराम आपकी और दूसरों की जान बचा सकता है।
सर्दियों में बदली गई अधिकतम गति सीमा (Speed Limit)
UPEDA ने 19 दिसंबर 2025 से 15 फरवरी 2026 तक एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा को मौसम के अनुसार पुनर्निर्धारित किया है। यह नियम सभी प्रकार के वाहनों पर लागू होंगे।
🚗 एम-1 श्रेणी (कार, SUV, निजी वाहन – 8 सीट तक)
(पहले अधिकतम गति: 120 किमी/घंटा)
सुबह 08:00 से रात 08:00 तक – 80 किमी/घंटा
रात 08:00 से सुबह 08:00 तक – 60 किमी/घंटाhttps://pknlive.com/codeine-syrup-case-saharanpur-allahabad-high-court-interim-bail/
🚌 एम-2 और एम-3 श्रेणी (बस, मिनी बस – 9 या अधिक सीट)
(पहले अधिकतम गति: 100 किमी/घंटा)
दिन में – 60 किमी/घंटा
रात में – 50 किमी/घंटा
🚛 एन श्रेणी (मालवाहक वाहन / ट्रक)
(पहले अधिकतम गति: 80 किमी/घंटा)
दिन में – 50 किमी/घंटा
रात में – 40 किमी/घंटा
👉 महत्वपूर्ण सूचना:
यदि कोई चालक इन निर्धारित गति सीमाओं का उल्लंघन करता है, तो ATMS (Advanced Traffic Management System) के जरिए स्वतः चालान जारी किया जाएगा।
कन्वॉय (Convoy) में यात्रा करने की सलाह
घने कोहरे के दौरान अकेले वाहन चलाने के बजाय UPEDA ने यात्रियों को Convoy में यात्रा करने की सलाह दी है। इसका मतलब है कि—
टोल प्लाज़ा,
Way Side Amenities,
पेट्रोल पंप या रेस्टोरेंट
पर रुककर अन्य वाहनों के साथ समूह में आगे बढ़ें। इससे दृश्यता कम होने की स्थिति में दुर्घटना की आशंका कम होती है।
इस प्रक्रिया में UPEDA की सुरक्षा टीम पूरी सहायता प्रदान करती है।https://ainnews1.com/बिहार-में-मालगाड़ी-हादसा/
वाहन में जरूरी सुरक्षा इंतजाम
कोहरे के समय वाहन की पहचान दूर से हो सके, इसके लिए कुछ जरूरी सावधानियां अपनाना बेहद जरूरी है—
वाहन के Emergency Indicator Lights (Hazard Lights) चालू रखें
वाहन के आगे और पीछे Reflective Tape अवश्य लगवाएं
फॉग लाइट्स और हेडलाइट्स सही तरीके से काम कर रही हों, यह सुनिश्चित करें
यह छोटे-छोटे उपाय बड़े हादसों को टाल सकते हैं।
गलत जगह वाहन पार्क न करें
UPEDA ने सख्ती से निर्देश दिया है कि—
चिन्हित स्थानों के अलावा
एक्सप्रेसवे के बीच, किनारे या सर्विस रोड पर
किसी भी स्थिति में वाहन खड़ा न करें।
कम दृश्यता में खड़ा वाहन खुद भी दुर्घटना का शिकार हो सकता है और पीछे से आने वाले वाहनों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है।
आपात स्थिति में क्या करें
यदि एक्सप्रेसवे पर यात्रा के दौरान—
वाहन खराब हो जाए
दुर्घटना हो जाए
मेडिकल इमरजेंसी हो
तो घबराने की बजाय तुरंत UPEDA हेल्पलाइन नंबर 14449 पर संपर्क करें। यहां से आपको तुरंत आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
यात्रियों से सहयोग की अपील
UPEDA और एक्सप्रेसवे सुरक्षा टीम लगातार यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है। यात्रियों से अपील की गई है कि—
जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें
सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग दें
जल्दबाजी और लापरवाही से बचें
याद रखें, थोड़ी सी सावधानी आपकी यात्रा को सुरक्षित और सुखद बना सकती है।
UPEDA has issued a crucial safe travel advisory for UP expressways during dense fog conditions. The advisory highlights revised expressway speed limits for cars, buses, and commercial vehicles, emergency safety measures, convoy travel guidelines, and the importance of visibility during winter fog. Travelers are advised to follow fog driving safety rules, avoid over-speeding, and contact the expressway emergency helpline 14449 in case of any emergency. These measures aim to reduce accidents and ensure safe expressway travel across Uttar Pradesh.



















