Bihar Police Officer Caught Drinking at Checkpoint, SSP Conducts Raid and Arrests Six
दारोगा जी ने पुलिस नाके को बना दिया शराब पार्टी का अड्डा, एसएसपी की छापेमारी में खुला राज
AIN NEWS 1: बिहार में शराबबंदी के बीच पुलिसकर्मी ही कानून की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। छपरा जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दारोगा समेत छह लोगों को शराब पार्टी करते हुए पकड़ा गया। ये सब नाका नंबर एक, गंडक कॉलोनी में शराब का सेवन कर रहे थे।
क्या है मामला?
घटना गुरुवार देर रात की है, जब सारण के सीनियर एसपी डॉ. कुमार आशीष को सूचना मिली कि भगवान बाजार थाना क्षेत्र के गंडक कॉलोनी नाके पर शराब पार्टी चल रही है। सूचना मिलते ही उन्होंने टीम के साथ छापेमारी की।
छापेमारी में नाका प्रभारी सब इंस्पेक्टर श्याम बिहारी पांडेय समेत छह लोगों को रंगे हाथ शराब पीते हुए पकड़ा गया। एक आरोपी फरार होने में सफल रहा।
गिरफ्तार लोगों की पहचान:
पकड़े गए लोगों की पहचान इस प्रकार की गई है:
1. श्याम बिहारी पांडेय – प्रभारी सब इंस्पेक्टर
2. विराट राज आनंद – दहियावां ब्रह्म टोली के निवासी
3. आशीष कुमार मिश्रा – रौजा नगर थाना क्षेत्र से
4. बहादुर राय – भगवान बाजार थाना क्षेत्र, नई बाजार मोहल्ला
5. पवन कुमार नंदन – मुफस्सिल थाना क्षेत्र, घेघटा
6. अनिल कुमार – नई बाजार मोहल्ला से
साक्ष्य और मेडिकल जांच:
छापेमारी के दौरान पुलिस ने शराब की बोतलें, स्टील की थालियां, सिगरेट के पैकेट और कोल्ड ड्रिंक जब्त कीं। सभी गिरफ्तार लोगों को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में शराब पीने की पुष्टि हुई।
कानूनी कार्रवाई:
एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने बताया कि:
नाका प्रभारी श्याम बिहारी पांडेय को निलंबित कर दिया गया है।
उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जा रही है।
भगवान बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
छापेमारी में कौन-कौन शामिल थे?
इस कार्रवाई में कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, जिनमें शामिल हैं:
एडिशनल एसपी राज किशोर सिंह
भगवान बाजार थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुभाष कुमार सिंह
सब इंस्पेक्टर सुधीर कुमार
सब इंस्पेक्टर महताब खान
एएसआई चंद्र प्रकाश
पहले भी हुई थी ऐसी घटना:
यह पहली बार नहीं है जब बिहार में शराबबंदी के बावजूद पुलिसकर्मी शराब पार्टी करते पकड़े गए हैं। इससे पहले मशरक के उत्पाद थाना में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। वहां भी पुलिसकर्मी शराब पीते पकड़े गए थे और उनके खिलाफ कार्रवाई हुई थी।
बिहार सरकार की किरकिरी:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति की सख्ती के बावजूद बार-बार इस तरह की घटनाएं सामने आना प्रशासन की निष्क्रियता और लापरवाही को दर्शाता है। खासतौर पर तब, जब शराबबंदी को लागू कराने वाले ही कानून तोड़ते हुए पाए जाएं।
बिहार में लागू शराबबंदी कानून को लेकर सरकार की नीति स्पष्ट है, लेकिन प्रशासनिक अमले की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। जब खुद पुलिसकर्मी शराब का सेवन करते पकड़े जाएं, तो आम जनता में कानून का डर खत्म होता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो ताकि समाज में कानून का सम्मान बना रहे।
In a major embarrassment for Bihar’s strict liquor prohibition law, a sub-inspector was caught red-handed drinking alcohol at a police checkpoint in Chhapra. The SSP Kumar Ashish conducted a late-night raid and arrested six people, including the officer. This Chhapra police alcohol party incident has raised serious concerns over liquor law violations in Bihar, especially by those meant to enforce it.