AIN NEWS 1: वैसे तो साहित्य की दुनिया में एक लेखक तमाम तरह की यात्राएं करता रहता है. उसके द्वारा लेखन के माध्यम से यात्रा और लेखन के लिए यात्रा. और इन लेखन के लिए की गई यात्राओं में कई बार कई पिकनिक स्थल की सैर-सपाटा भी हो सकती है या फिर किसी धार्मिक स्थल पर अध्यात्म की खोज. लेकिन इन दिनों की बात की जाए यात्राएं तो केवल गर्मी से राहत और परिवार के साथ सैर-सापाटे के लिए ही कोई यात्रा की जा रही हैं. इन दिनों दिल्ली में जैसे-जैसे सूरज अपनी आग उगलता है, पहाड़ों की सड़कें भी पूरी तरह से जाम होने लगती हैं. इस भयंकर गर्मी से निजात पाने के लिए दिल्लीवाले अपनी गाड़ी में बैठकर निकल पड़ते हैं, पहाड़ों पर चल रही ठंडी बयार का आनंद उठाने या कई बार गंगा की धार में डुबकी लगाने के लिए. वैसे तो इन दिनों दिल्लीवालों की सबसे ज्यादा पसंदीदा जगह है उत्तराखंड में हरिद्वार-ऋषिकेश, देहरादून, नैनीताल या हिमाचल प्रदेश में कुल्लू-मनाली, धर्मशाला या पहाड़ों रानी शिमला.
इन दिनों इन तमाम जगहों पर ही सड़कें गाड़ियों से पूरी तरह से भरी हुई हैं और होटल सैलानियों से. उत्तराखंड में इन दिनों चारधाम यात्रा भी चल रही है, जिसके चलते पहाड़ों पर सारे इंतजाम काफ़ी हद तक चरमराए हुए हैं. हरिद्वार के पार करते ही ऋषिकेश की तरह घंटों लंबा जाम भी लग रहा है.लेकिन इन तमाम तरह की परेशानियों के बाद भी घूमने के लिए घर से निकलना भी काफ़ी जरूर है. क्योंकि एक तो गर्मी और दूसरा बच्चों की छुट्टियां भी है. पूरे साल ही घर के काम-धंधों में घिरे रहने के बाद इस शरीर को भी कुछ आराम और एनर्जी भी चाहिए होती है. और एक घरेलू महिला के लिए यह आराम तथा एनर्जी घर में रहते हुए तो कतई भी नहीं मिल सकती. इसके लिए उन्हे घर से बाहर निकलना ही होगा.अब बात आती है कि घर से आख़िर कहां निकला जाए जिससे पॉकेट और समय, दोनों पर ही कोई खास असर ना हो. हर आदमी घूमने पर निकलने से पहले अपनी जेब और समय को अच्छे से टटोलता है. आज यहां हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे हैं जहां घूमकर आपको पूरा आराम और फुल एनर्जी तो मिलेगी ही, साथ ही आपकी पॉकेट और टाइम पर बहुत बहुत ही मामूली असर पड़ेगा. दिल्ली से महज 50 किलोमीटर की ड्राइव पर आप सभी अपनी छुट्टी का पूरा आनंद उठा सकते हैं और वह भी अपने समय और पॉकेट के अनुसार ही.आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हुए भी हरिद्वार में गंगा स्नान का आनंद आराम से उठा सकते हैं. जी हां, हम यहां बात कर रहे हैं छोटे हरिद्वार की. बता दें दिल्ली से मेरठ जाते समय एक कस्बा पड़ता है मुरादनगर. मुरादनगर में गंगनहर बहती है जो सीधा हरिद्वार से ही आती है. इस मुरादनगर गंग नगर में पक्के घाटों का निर्माण करके ही छोटा हरिद्वार बनाया गया है. यहां पर आपको बिल्कुल हरिद्वार वाला अनुभव होगा. कल-कल बहती गंगा की धारा. गंगा के बीचोंबीच जटाधारी भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा. घाट पर बने सुंदर मंदिर और यहां गूंजते हर-हर गंगा के नारे किसी भी व्यक्ति को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर देते हैं.छोटे हरिद्वार में आप अपने पूरे परिवार के साथ गंगा स्नान का आनंद उठा सकते हैं. यहां पर आप नौका विहार कर सकते हैं. साथ ही किसी भी टूरिस्ट स्थल की तरह शानदार होटल या ढाबों में आप भोजन का लुत्फ भी उठा सकते हैं.मुरादनगर के छोटे हरिद्वार में हर वीकेंड यानी शनिवार-इतवार को लोगों की खूब ज्यादा भीड़ जुटती है. दिल्ली और आसपास के लोग परिवार सहित यहां गंगा स्नान के लिए यहां आते हैं. पूर्णिमा और अन्य तीज-त्योहार पर यहां अन्य तीर्थ स्थलों की तरह ही इतनी ज्यादा भीड़ जुटती है कि यहां पैर रखने की जगह नहीं मिलती है. स्नान के साथ-साथ लोग धार्मिक अनुष्ठान के लिए भी छोटे हरिद्वार पर आने लगे हैं. छोटा हरिद्वार के घाटों पर ही कई ऐसे मंदिर भी बने हुए हैं. इनमें भगवान शिव का मंदिर और प्राचीन शनि मंदिर भी शामिल हैं. लोग यहां आकर विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं. कुछ लोग तो छोटे हरिद्वार में अस्थियां भी प्रवाहित करते हुए देखे जा सकते हैं. गंगा में नहाने के लिए घाटों पर लोहे के पाइपों के बैरिकेडिंग भी लगाए गए हैं. चूंकि यह गंग नगर है इसलिए यह 12 फुट से अधिक गहरी है. गंगा में स्नान करके लिए बैरिकेडिंग के अंदर ही आपकों स्नान करना चाहिए. महिलाओं के स्नान के लिए अलग से घाट बने हुए हैं.कुछ लोग तो हर 15-20 दिन में इस छोटे हरिद्वार आते हैं. दिल्ली शाहदरा की रहने वाली स्वाति शर्मा ने बताया कि वह तो अपने स्कूटर से यहां आती हैं. बच्चों के साथ सैर-सपाटा हो जाता है और उसकी जेब पर भी असर नहीं पड़ता. आशु ने बताया कि हरिद्वार या अन्य जगह जाने के लिए बजट कुछ ज्यादा चाहिए और ऑफिस से छुट्टी का झंझट भी रहता है. इसलिए वह तो जब दिल करा, छोटे हरिद्वार ही आ जाती हैं.खास बात ये है कि छोटे हरिद्वार आप कार, बाइक या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट से भी आसानी से आ सकते हैं. अगर आप बाइक से छोटे हरिद्वार आना चाहते हैं तो महज दो लीटर पैट्रोल यानी लगभग 200 रुपये में ही आप गंगा में डुबकी लगा सकते हैं.
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