AIN NEWS 1: बता दें मोहिउद्दीनपुर खरखौदा मार्ग पर लूप की मांग को लेकर काफ़ी धरना प्रदर्शन कर रहे 17 किसानों के खिलाफ एनएचएआई द्वारा भोजपुर थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। किसानों पर निर्माण कार्य रोकने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही किसानों ने भी अब आरपार की लड़ाई का अपना एलान कर दिया गया है। जाने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे के पांचवे चरण का निर्माण कार्य गांव भोजपुर से मेरठ के शास्त्री नगर के लिए पूरी तरह से किया जा रहा है। एनएचएआई द्वारा निर्माण कार्य काफ़ी तेजी से किया जा रहा है।
और स्थनीय लोग मोहिउद्दीनपुर खरखौदा मार्ग पर लूप ( उतार-चढ़ाव ) की मांग को लेकर लगभग एक माह से अधिक समय से गांव चुड़ियाला में निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे के पास ही धरने पर बैठे है। लूप की मांग को लेकर किसानों ने उपजिलाधिकारी से लेकर केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी से भी अब तक गुहार लगा चुके है। एक सप्ताह पूर्व किसानों ने यहां महापंचायत का आयोजन कर इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य रोक दिया गया था। अब ग्रामीण एक्सप्रेस वे पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं होने दे रहे हैं। इस निर्माण कार्य रोकने पर एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने ही भोजपुर थाने में एक तहरीर दी है। अरंविद कुमार का कहना है कि कार्य रुकने से राजस्व को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है। सार्वजनिक सम्पत्ति को भी काफ़ी नुकसान पहुंच रहा है।
जाने इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
दी गई तहरीर के आधार पर ही भोजपुर पुलिस ने धरना दे रहे चरण सिंह शर्मा धनतला, महावीर संचालक धनतला, बह्रम सिंह संरक्षक डीलना, ओमकार, जगत सिंह, शारदाराम, परेराम, धर्मपाल सिंह, महेन्द्र सिंह, देवेन्द सिंह, सुबोध सिंह, सुखवीर सिंह, मान सिंह, मोनू कपिल, तरुण व बोबी सभी निवासीगण अज्ञात के खिलाफ धारा 186,431 व सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान निवारण अधिनियम 1984 के तहत एक रिपोर्ट दर्ज कर ली है।