AIN NEWS 1: भारत और ऑस्टेलिया के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दौरान एक बहुत बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली को मैथ्यू कुहेनमैन की एक गेंद पर पहले फील्ड अंपायर नितिन मेनन ने पगबाधा आउट दिया था और जब उन्होंने रिव्यू लिया तो थर्ड अंपायर ने भी उन्हें आउट करार दिया. जबकि गेंद विराट के बल्ले के अंदरूनी हिस्से से लगती हुई साफ़ दिखाई दी थी. इस फैसले के बाद फील्ड अंपायर नितिन मेनन की फैंस जमकर काफ़ी ज्यादा आलोचना कर रहे हैं. आइए आपको हम कुछ बताते हैं नितिन मेनन के बारे में.
जान ले नितिन मेनन के फैसले पर यह विवाद छिड़ा
विराट कोहली के विकेट का वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर अब काफ़ी जमकर वायरल हो रही हैं. स्निकोमीटर पर गौर करें तो साफ साफ़ दिख रहा है कि गेंद विराट कोहली के बल्ले और पैड पर एक-साथ लगती हुई दिखाई दे रही है. ऐसे में तीसरा अंपायर ये पता नहीं लगा पाए कि गेंद बल्ले से पहले लगी या उनके पैड पर और उन्होंने ऑन फील्ड अंपायर नितिन मेनन के फैसले के साथ ही जाने का फैसला किया.
जाने 24 घंटे में खत्म हुआ था करियर
नितिन मेनन का जन्म 2 नवंबर 1983 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था. वह अंपायर बनने से पहले एक अच्छे क्रिकेटर थे. नितिन मेनन विकेटकीपर बल्लेबाज रहे हैं. उन्होंने 8 जनवरी 2004 को विदर्भ के खिलाफ डेब्यू भी किया था, लेकिन 9 जनवरी 2004 उन्होंने अपने करियर का आखिरी मैच खेला. दो लिस्ट ए मैचों के बाद उनका करियर और आगे नहीं बढ़ सका. इसके बाद ही उन्होंने अंपायर बनने का फैसला किया.
2017 में की अंपायरिंग की शुरुआत
नितिन मेनन ने साल 2017 में इंटरनेशनल मैचों में अंपायरिंग की शुरुआत की थी. इससे पहले नितिन मेनन ने साल 2015-16 रणजी ट्रॉफी में भी अंपायरिंग की और वो शेफील्ड शील्ड में भी अंपायरिंग करते नजर आए. उन्होंने 26 जनवरी 2017 को टी20 इंटरनेशनल से अंपायरिंग में डेब्यू किया था. इसके बाद 15 मार्च 2017 को वनडे मैचों में पहली बार ही उन्होंने अंपायरिंग. टेस्ट फॉर्मेट की बात की जाए तो उन्होंने पहली बार 2019 में टेस्ट में अंपायरिंग करने उतरे थे.