AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे सफाईकर्मी आलोक मौर्य और उनकी पत्नी एसडीएम ज्योति मौर्य के बीच विवाद का मामला सोशल मीडिया पर अभी काफ़ी वायरल हो रहा है. लेकीन इन दोनों इस मुद्दे को लेकर एक बहुत बड़ी बहस सी छिड़ गई है. वहीं पर अब इसी तरह के और भी कई केस सामने आने लगे हैं. ओर अब अपनी पत्नियों की पढ़ाई-लिखाई को लेकर ही गांव-शहर तक कई तरह की बातें भी हो रही हैं.
बता दें यह एक ओर मामला प्रयागराज से 50 किलोमीटर दूर मेजा के जरार गांव का ही है. यहां के रहने वाले रविंद्र कुमार कुछ प्राइवेट काम करते हैं. ओर इनकी पत्नी रेशमा यूपी पुलिस में एक कॉन्स्टेबल हैं. रविंद्र कुमार का अपनी पत्नी के बारे में कहना है कि अपनी जमीन बेचकर हमने अपनी पत्नी को पढ़ाया. पर जब रेशमा की सरकारी नौकरी लगी यानी के वो यूपी पुलिस में भर्ती हो गई तो उसने हम से ही दूरी बनाने लगी. पत्नी के इस व्यवहार से रविंद्र काफ़ी ज्यादा परेशान हो गया है.
इस मामले में प्रयागराज के मेजा के रहने वाले रविंद्र कुमार की शादी साल 2017 में ही हुई थी. शादी के एक साल तक पति और पत्नी के बीच बहुत ज्यादा प्यार था. यह रविंद्र प्रदेश से बाहर ही एक प्राइवेट जॉब कर रहे थे, वहीं रविंद्र की पत्नी उनके घर पर रहकर अपनी पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थीं.
उन्होने कहा के सेलेक्शन होते ही उनके रिश्ते में आ गई दरार!
उन्होने कहा के रविंद्र और रेशमा के रिश्ते में दरार तब आ गई, जब 1 साल बाद ही रेशमा का सेलेक्शन यूपी पुलिस में बतौर कांस्टेबल हो गया. रविंद्र के मुताबिक ही, उनकी पत्नी रेशमा का यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर सेलेक्शन हो गया. रेशमा की पढ़ाई के लिए उन्होने उसकी हर जरूरत को पूरा किया. उनकी पढ़ाई में किसी प्रकार की कोई बाधा न आए, इसके लिए मैने अपनी जमीन तक भी बेच दी.
रविंद्र का यह भी कहना है कि उन्होने पत्नी को ग्रेजुएशन कराया. उसके लिए वह मेहनत कर फीस भरता रहा. लेकीन उसकी पत्नी का जैसे ही सेलेक्शन हुआ, वैसे ही उसके स्वभाव में उससे परिवर्तन आने लगा. रविंद्र का कहना है कि अपनी पत्नी का सेलेक्शन होने के बाद मैं उसकी बहुत सेवा करता रहा.
अभी भी रविंद्र ने कहा- की उसकी पत्नी अगर उसके पास आ आएगी तो वह सब भूलकर उसे रख लेगा
लेकीन रविंद्र पर उनकी पत्नी ने भी कई आरोप लगाए. इन आरोपों को रविंद्र ने पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा कि मैं न्याय चाहता हूं. मेरी पत्नी अगर मेरे पास वापस आ जाएगी तो मैं अब तक का सब कुछ भूलकर उसे फिर से अपने पास रख लूंगा. वहीं रविंद्र की मां रजवंती देवी अपनी बात करते-करते रो पड़ती हैं, कहती हैं कि उसे हमने अपनी बहू नहीं, बल्के अपनी बेटी की तरह रखा था. सोचा था कि वह हमारा सहारा बनेगी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया, जो हमने सोचा भी नहीं था.
इन दोनों की शादी साल 2017 में हुई थी
रविंद्र की मां का भी कहना है कि रेशमा की बहन और जीजा हमारे परिवार को एक होने नहीं देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर मेरी बहू अभी भी वापस आएगी तो उसे लिखा पढ़ी में हम वापस लाएंगे, ताकि हमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो सके. आलोक मौर्य और ज्योति मौर्य की तरह इस दंपत्ति की कहानी भी अब काफ़ी चर्चा में है.
इस मामले में महिला कॉन्स्टेबल रेशमा ने पति पर भी लगाए ये आरोप
इस मामले में महिला सिपाही यानी रविंद्र की पत्नी रेशमा ने भी फोन पर बातचीत में कहा कि पति के द्वारा लगाए गए ये सभी आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. मेरे पति ने कई बार मुझे मारा है, लेकिन लोकलाज के भय से मैने यह बात किसी से नहीं कही. कुछ भी होता तो भी वह मेरा पति था, चोट मुझे ही तो लगती. जब रेशमा से पूछा गया कि क्या आप अपने पति के साथ वापस रहेंगी, क्योंकि वह इसके लिए तैयार हैं, इसके जवाब में रेशमा ने कहा कि मेरे पति ने मुझे जो इतनी ज्यादा बदनामी दे दी है, क्या वह मुझे मेरी इज्जत वापस दिला सकेंगे. अगर दिला देंगे तो मैं उनके पास भी वापस आ जाऊंगी.
इस मामले में रविंद्र के परिजनों ने दर्ज कराई थी शिकायत
रेशमा के भाई ने भी फोन पर कहा कि बहन पर लगाए गए सारे आरोप पूरी तरह से गलत हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले ही रविंद्र अपनी पत्नी के पास गाजीपुर गया था, जब वह वापस नहीं आया तो इसकी शिकायत परिवार वालों ने मेजा थाने में दर्ज कराई थी. रविंद्र के घरवालों ने रविंद्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी और उसकी जान का खतरा भी बताया था. इसका शक भी उन्होने रविंद्र की पत्नी पर ही जताया था.