AIN NEWS 1 बरेली: बता दें प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का नाम घटना के बाद से ही सामने आया है. बुधवार को अशरफ और उनके करीबी सहयोगियों के बीच बरेली जिला जेल में कानून के विरुद्ध अवैध रूप से मुलाकात कराने के आरोप में एक जेल गार्ड और एक सब्जी विक्रेता को भी गिरफ्तार किया गया है. इन गिरफ्तार किए गए लोगों में जेल गार्ड शिवहरि अवस्थी और जेल की कैंटीन में सब्जियां सप्लाई करने वाले दयाराम भी शामिल हैं.
जाने जुलाई 2020 से बरेली जेल में बंद है अशरफ
पुलिस ने जेल गार्ड और उस एक सब्जी विक्रेता के कब्जे से दो मोबाइल फोन और 3920 रुपये नकद भी बरामद किए हैं. पूर्व विधायक अशरफ जुलाई 2020 से ही बरेली जेल में बंद है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी ने कहा कि दयाराम अपने टेम्पो से ही जेल कैंटीन में सब्जी व अन्य सामान सप्लाई करते समय ही नकदी व अन्य सामान लेकर अशरफ को दे दिया करता था.
जाने जेल गार्ड कराता था मुलाकात की व्यवस्था
एएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह साफ़ साफ़ खुलासा हुआ है कि शिवहरि अवस्थी अपने अधिकारियों के आदेश पर जेल के अंदर निर्धारित क्षेत्र के अलावा अन्य जगहों पर भी सप्ताह में दो या तीन बार एक ही आईडी पर छह-सात लोगों की जेल के अन्दर बैठक करवाता रहता था. एएसपी ने आगे बताया कि अशरफ, उसके रिश्तेदारों और सहयोगियों के बीच बैठक एक-दो घंटे तक ही चलती थी. शिकायत के अनुसार अवस्थी इसकी व्यवस्था करने के लिए कुछ पैसे भी लेता था.
जाने राजू पाल और उमेश पाल हत्याकांड में दर्ज है मुकदमा
वर्तमान में गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद 2005 में हुए बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है. अब अतीक और अशरफ पर हाल ही में हुए हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या मामले में भी नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अशरफ के ऊपर 52 मामले दर्ज हैं. उन्होंने कहा, “हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या उमेश पाल को खत्म करने की योजना बरेली जेल में बनी थी.”