AIN NEWS 1: यह तो आप सभी जानते हैं कि इमरजेंसी में ट्रेन रुकवाने के लिए हर कोच में एक चेन लगी होती है. जिसे खींचने पर ट्रेन आसानी से रुक जाती है. यह ट्रेन में एक तरह का इमरजेंसी ब्रेक ही होता है. हालांकि, बिना किसी वजह के इसे खींचना आपकों काफ़ी भारी भी पड़ सकता है. इतना तो शायद आप सभी लोग जानते ही होंगे, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि चेन सिस्टम में आखिर ऐसा क्या होता है कि इसे खींचते ही ट्रेन आसानी से रुक जाती है? अगर यह आपको नहीं पता है तो आईए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर किस तरह से चेन खींचने पर ट्रेन आसानी से रुक जाती है और चेन खींचने पर पुलिस को कैसे पता चलता है कि ट्रेन के किस डिब्बे से यह चेन खींची गई थी.
जाने ट्रेन ब्रेक सिस्टम कैसे काम करता है?
चेन खींचने पर ट्रेन रुक क्यों जाती है, इस बारे में जानने से पहले आपका यह जान लेना जरूरी है कि ट्रेन में ब्रेक आख़िर लगाते कैसे हैं. दरअसल, ट्रेन का ब्रेक हमेशा ही लगा रहता है. जब ट्रेन को चलाना होता है तो उस ब्रेक को हटा दिया जाता है. ब्रेक हटने के बाद ही ट्रेन आगे बढ़ती है. लोको पायलट को जब भी ट्रेन चलानी होती है तो वह एयर प्रेशर के जरिए ही ब्रेक को टायर से हटाकर रखता है. वहीं,.जब ट्रेन को रोकना होता है तो वह एयर देना बंद कर देता है. इस तरह ट्रेन के ब्रेक लगते हैं.
अब जाने चेन खींचने पर ट्रेन कैसे रुकती है?
ट्रेन की डिब्बों में लगी अलार्म चेन का संबंध ब्रेक के पाइप से होता है और जब यह खींची जाती है, तो ब्रेक पाइप से हवा का प्रेशर बाहर निकल जाता है और ट्रेन में ब्रेक लगने भी शुरू हो जाते हैं. ब्रेक लगने के कारण ब्रेक सिस्टम में हवा का प्रेशर अचानक से काफ़ी कम हो जाता है. ड्राइवर को इस बात का संकेत सिग्नल और हूटिंग सिग्नल से मिल जाता है. जिससे वह समझ जाता है कि या तो इस समय ट्रेन की चैन खींची गई है या ट्रेन के ब्रेकिंग सिस्टम में कुछ गड़बड़ हो गई है. जिसके बाद वह सभी सही कारणों की जांच करता है.
अब जाने पुलिस को कैसे पता चलता है?
इस चेन पुलिंग करने वाले का पता लगाने के लिए बहुत पुरानी ट्रिक का इस्तेमाल करती है. दरअसल, ट्रेन की जिस बोगी से चेन खींची जाती है, वहां जोर से एयर प्रेशर के लीक होने की आवाज आती है. इस आवाज के सहारे भारतीय रेलवे पुलिस फोर्स उस बोगी तक आसानी से पहुंच जाती है और फिर वहां मौजूद यात्रियों की मदद से चेन खींचने वाले व्यक्ति तक वह पहुंच जाती है. वैसे यह ब्रेक सिस्टम पर भी निर्भर करता है. वेक्यूम ब्रेक ट्रेन में चेन खींचने पर डब्बे के ऊपर वाले कोने में एक वाल्व घूम जाता है, जिसे देखकर भी कोच का पता चल जाता है.