AIN NEWS 1: दिल्ली में सोमवार को हुए भीषण धमाके ने पूरे शहर को दहला कर रख दिया। घटना के तीसरे दिन तक भी इलाके में तबाही के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं। जांच एजेंसियों को घटनास्थल से एक नई चौंकाने वाली जानकारी मिली है—पास के पेड़ पर एक शव लटका हुआ मिला है। इसके बाद इस धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है।
जांच में शामिल अधिकारियों ने बताया कि धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास की गाड़ियां पलट गईं और कई मीटर दूर तक मलबा बिखर गया। धमाके के तुरंत बाद पुलिस और एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) की टीमें मौके पर पहुंचीं और पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया।
धमाके की भयावहता: बिखरे पड़े थे शरीर के हिस्से
धमाके की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई शवों के टुकड़े घटनास्थल पर दूर-दूर तक फैले मिले। राहत और बचाव दलों को कई घंटों तक खोज अभियान चलाना पड़ा। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) के अधिकारियों ने बताया कि मलबे में कई मानव अंग पाए गए, जिससे शवों की पहचान करना मुश्किल हो गया है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, धमाका इतना जोरदार था कि न सिर्फ आसपास की दीवारें गिर गईं बल्कि कुछ पेड़ों की शाखाएं भी टूट गईं। इसी दौरान जांच के दौरान एक पेड़ पर लटका शव मिला, जिससे यह पुष्टि हुई कि मृतकों की संख्या अब दस हो चुकी है।
जांच एजेंसियों की सक्रियता बढ़ी
इस धमाके की जांच में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) और आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) जैसी एजेंसियां एक साथ काम कर रही हैं। एजेंसियों का मानना है कि यह कोई साधारण विस्फोट नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित आतंकी साजिश हो सकती है।
सुरक्षा एजेंसियों ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लिए हैं। वीडियो में धमाके से कुछ मिनट पहले एक संदिग्ध कार और दो लोग वहां से गुजरते दिखाई दिए हैं। फिलहाल इनकी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
घटनास्थल के हालात: चारों ओर बिखरा मलबा
घटनास्थल के आसपास अब भी धुएं की गंध महसूस की जा सकती है। कई दुकानों के शटर उखड़ गए हैं और घरों की खिड़कियां टूट चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि कुछ देर के लिए सबको लगा कि भूकंप आ गया है।
एक चश्मदीद ने बताया, “मैं सड़क पार कर रहा था तभी जोरदार धमाका हुआ। कुछ समझ ही नहीं आया, चारों ओर धुआं और चीख-पुकार मच गई। कई लोग सड़क पर घायल पड़े थे।”
सुरक्षा के सख्त इंतजाम
दिल्ली पुलिस ने घटना के बाद पूरे रेड फोर्ट (लाल किला) इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। एंट्री पॉइंट्स पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और गाड़ियों की कड़ी चेकिंग की जा रही है। सभी आस-पास के होटलों, धर्मशालाओं और पार्किंग क्षेत्रों में जांच जारी है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा, “यह घटना गंभीर है। हमारी टीमें लगातार जांच में लगी हुई हैं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है और जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
शवों की पहचान में मुश्किलें
अभी तक जिन शवों की पहचान नहीं हो पाई है, उनके डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं ताकि पीड़ित परिवारों को सही जानकारी दी जा सके। कई परिजनों ने अस्पताल और पुलिस थाने का चक्कर काटा है, लेकिन अब तक उन्हें अपने लापता प्रियजनों की कोई सूचना नहीं मिली है।
एम्स (AIIMS) और लोक नायक अस्पताल में मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए रखे गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ शव इतने बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं कि पहचान के लिए डीएनए टेस्ट ही एकमात्र विकल्प है।
लाल किले के पास क्यों था लक्ष्य?
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि धमाके का स्थान भी बहुत कुछ बताता है। लाल किला दिल्ली का ऐतिहासिक और संवेदनशील इलाका है, जहां पर्यटकों की भीड़ हमेशा रहती है। माना जा रहा है कि यदि यह धमाका भीड़ के समय हुआ होता तो जनहानि और भी अधिक होती।
फिलहाल एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि आखिर धमाके में किस प्रकार का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया था और क्या इसमें किसी आतंकी संगठन का हाथ है।
शहर में दहशत, लोगों में आक्रोश
इस घटना के बाद राजधानी में दहशत का माहौल है। सोशल मीडिया पर लोग अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई नेताओं ने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक जताया और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और घायलों के इलाज में कोई कमी न रहे, इसके निर्देश दिए हैं।
A powerful explosion near Red Fort in Delhi on Monday has shaken the entire city. The blast was so massive that investigators found a body hanging from a nearby tree, raising the death toll to 10. Many body parts were scattered across the site, making identification difficult. Delhi Police, NIA, and NSG are jointly investigating this Delhi blast incident. The area remains sealed, and the intensity of the explosion has led authorities to suspect a possible terror link. People are demanding strict action and enhanced security in the Red Fort area.



















