AIN NEWS 1 नई दिल्ली (28 दिसंबर 2024) – पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली में हुआ था। उनका निधन भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। आज उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली के निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लाया गया।
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को हुआ, जब उन्होंने दिल्ली के AIIMS में अंतिम सांस ली। वह 91 वर्ष के थे और लंबे समय से कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई, और नेताओं तथा नागरिकों ने उनकी उत्कृष्टता और योगदान को याद किया।
अंतिम संस्कार के लिए निगम बोध घाट लाए गए पार्थिव शरीर
आज, उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली के निगम बोध घाट लाया गया। शोक संतप्त परिवार और राजनीतिक नेताओं ने उनके अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। निगम बोध घाट पर पहुंचने पर उनके शव को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए समर्थकों, नेताओं और सैकड़ों नागरिकों की भीड़ जमा हो गई।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचे नेता
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर देशभर से नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, और अन्य पार्टी के सदस्य भी निगम बोध घाट पहुंचे। इसके अलावा, कई पूर्व और वर्तमान राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रियों ने भी उनका अंतिम संस्कार देख कर श्रद्धांजलि दी।
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान
डॉ. मनमोहन सिंह ने भारतीय राजनीति में अपनी विशिष्ट छाप छोड़ी थी। वह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था ने महत्वपूर्ण विकास की दिशा में कदम बढ़ाए थे। उन्होंने 1991 में वित्त मंत्री के रूप में जबरदस्त आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर मजबूती प्रदान करने में मददगार साबित हुए।
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से भारत ने एक महान नेता और अर्थशास्त्री को खो दिया है। उनकी शांतिपूर्ण और विवेकपूर्ण नेतृत्व शैली हमेशा याद रखी जाएगी। उनके योगदान और नीतियों ने भारतीय राजनीति और समाज को एक नई दिशा दी। उनके अंतिम संस्कार के दौरान उनके परिवार और समर्थकों के साथ-साथ समूचे देश ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।