AIN NEWS 1: दिल्ली मेट्रो में सफर करने के दौरान महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ के मामलों में काफ़ी ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2021 के मुकाबले 2022 में ही मेट्रो के भीतर छेड़छाड़ के मामले लगभग 80 फीसदी तक बढ़ गए हैं। इतना ही नहीं वर्ष 2023 में भी 15 मार्च तक छेड़छाड़ के मामलों में काफ़ी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यह आंकड़े मिडिया संस्थान द्वारा लगाई गई एक आरटीआई से सामने आए हैं।आरटीआई के जवाब में मेट्रो पुलिस ने ही बताया है कि वर्ष 2021 में मेट्रो नेटवर्क के भीतर छेड़छाड़ की कुल 9 घटनाएं हुई थीं। वर्ष 2022 में मेट्रो नेटवर्क के भीतर ही छेड़छाड़ के 16 मामले दर्ज किए गए। औसतन हर दो महीने में तीन महिलाओं ने अपनी छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करवाई है, लेकिन वर्ष 2023 में यह संख्या काफ़ी बढ़ रही है। अब तक के सभी आंकड़े बताते हैं कि प्रत्येक माह में दो महिलाओं ने छेड़छाड़ की अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाई है।वहीं, मेट्रो पुलिस का यह कहना है कि वर्ष 2021 में मेट्रो के भीतर कुछ समय तक यात्रियों की संख्या काफ़ी सीमित थी । उस दौरान रोजाना करीब 10 लाख यात्री ही सफर कर रहे थे। इसके चलते छेड़छाड़ की घटनाएं कम हुई थीं, लेकिन वर्ष 2022 में औसतन कुल 55 लाख यात्री दिल्ली मेट्रो से सफर कर रहे हैं। इसके चलते छेड़छाड़ की घटनाएं भी काफ़ी बढ़ी हैं, लेकिन वर्ष 2019 से तुलना की जाए तो छेड़छाड़ की घटनाओं में लगभग 50 फीसदी की कमी तो आई हैं।
जाने महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई
मेट्रो पुलिस के अनुसार, वर्ष 2019 में दिल्ली मेट्रो के भीतर छेड़छाड़ के कुल 31 मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद से लगातार महिला सुरक्षा को लेकर कई ठोस कदम उठाए गए। मेट्रो में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या को भी बढ़ाया गया है। महिला पुलिसकर्मी स्टेशनों पर एवं मेट्रो में सादी वर्दी में गश्त भी करती हैं। महिला कोच में चढ़ने वाले पुरुषों को पकड़ा भी जाता है। इसके अलावा वर्ष 2022 में भी दर्ज किए गए छेड़छाड़ के मामलों में 90 फीसदी से ज्यादा में दोषियों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है । और घटनाओं पर लगाम लगी है।