दिल्ली NCR: Newsclick के दफ्तरों पर एक साथ छापे, अभिसार शर्मा को लेकर गई स्पेशल सेल?

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AIN NEWS 1: सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी दिल्ली और उससे सटे हुए NCR में न्यूज क्लिक (Newsclick) वेबसाइट के पत्रकारों के कई ठिकानों पर एक साथ रेड डाली है. यह पूरी कार्रवाई फॉरेन फंडिंग के मामले में ही UAPA के तहत ही की जा रही है. इसके लिए स्पेशल सेल ने मंगलवार को सुबह- सुबह एक साथ ही दिल्ली, नोएडा और गजियाबाद में कई टीमों ने मिलकर रेड डाली है. बताया तो यह जा रहा है कि यह छापामार कार्रवाई 100 से ज्यादा ठिकानों पर ही एक साथ चल रही है. इस दौरान कुछ लोगों को टीम ने हिरासत में भी लिया गया है, जिन्हें अभी स्पेशल सेल लाया गया है.

सूत्रों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को भी हिरासत में ले लिया गया है. इनके वकील भी स्पेशल सेल के दफ्तर पर पहुंच गए हैं. वहीं, इस पूरी प्रक्रिया में पत्रकार अभिसार शर्मा को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अपने साथ लेकर गई है. NewsClick के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को भी स्पेशल सेल के दफ्तर पर लाया गया है.इस रेड के दौरान दिल्ली पुलिस की ही स्पेशल सेल ने कई इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस जैसे लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं. इसके अलावा हार्ड डिस्क का डेटा भी टीम द्वारा ले लिया गया है. कई सारी फाइलें भी जब्त की गई हैं. सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में UAPA के तहत एक केस दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस के इस अचानक एक्शन के बाद पत्रकार अभिसार शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है. उन्होंने इसमें कहा है कि दिल्ली पुलिस उनके घर से ही लैपटॉप और उनका फोन ले गई है.

https://x.com/ANI/status/1709074543711838511?s=20

जान ले के सीपीएम दफ्तर में भी पहुंची टीम

बता दें UAPA के तहत चल रही इस पूरी रेड में स्पेशल सेल के 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल होने का अनुमान हैं. इस रेड के दौरान इसमें स्पेशल सेल के साथ ही अर्धसैनिक बल के जवान भी शामिल हैं. ये सभी जवान सुरक्षा के लिहाज से ही स्पेशल सेल की टीम के साथ मे हैं. यहां अनुमान यह जताया जा रहा है कि इस रेड के खत्म होने के बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से एक प्रेस कांफ्रेंस की जा सकती है. फिलहाल तो सभी सीनियर अफसरों को केवल रेड पर ही फोकस रखने के लिए कहा गया है.बताया तो यह जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की छापेमारी 17 अगस्त को UAPA और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत ही की जा रही है. इस दौरान एफआईआर में दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और आपराधिक साजिश रचने की धारा को भी जोड़ा गया है.सीपीएम दफ्तर में ही काम करने वाले श्रीनारायण के बेटे सुमित कुमार का मोबाइल और लैपटॉप भी पुलिस ने जप्त कर लिया है. वह भी Newsclick में ही काम करता है. उसके भी 36 कैनिंग लेन में स्थित ठिकाने पर भी छापा मारा गया है. हालांकि, अभी सुमित को हिरासत में नहीं लिया गया है. जान ले 36 कैनिंग लेन ऑल इंडिया किसान सभा का ही दफ्तर है. यह घर सीपीएम महासचिव होने के नाते सीताराम यचुरी के नाम पर ही आवंटित है. और रेड यहां रहने वाले सीपीएम दफ्तर के कर्मचारियों के कमरे में ही हुई है. बता दें सुमित न्यूज क्लिक के दफ्तर में ग्राफिक्स और वीडियो टीम में काम कर है.

यह पूरा मामला चीनी कंपनियों से फंडिंग मिलने का बताया जा रहा है 

जान ले कि साल 2021 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने Newsclick को मिल रही अवैध फंडिंग को लेकर एक मुकदमा दर्ज किया था. ये काफ़ी संदिग्ध फंडिंग चीनी कंपनियों के जरिये ही Newsclick को मिली थी. इसके बाद से ED ने एक मुकदमा दर्ज कर इस पूरे मामले की तफ्तीश शुरू की थी, हालांकि हाई कोर्ट ने उस वक्त तो Newsclick के प्रमोटर्स को गिरफ्तारी से राहत दे दी थी.

https://x.com/abhisar_sharma/status/1709034532723470678?s=20

जान ले यह पूरा मामला लोकसभा में भी उठ चुका है 

एक महीने पहले ही लोकसभा में भी NEWS CLICK ( न्यूजक्लिक) का यह मुद्दा उठा था. 7 अगस्त 2023 को ही बीजेपी सासंद निशिकांत दुबे ने कहा था कि Newsclick को चीन से काफ़ी ज्यादा फंडिंग मिल रही है. उन्होंने यह भी कहा था कि Newsclick देश विरोधी है. निशिकांत ने इस मीडिया पोर्टल पर चाइनीज फंडिंग से सरकार के खिलाफ माहौल बनाने का आरोप भी लगाया था.

https://x.com/ANI/status/1709073763164389741?s=20

इसके बारे में कहा जा रहा था ‘कम्युनिस्ट पार्टी के एजेंडे को दे रहे बढ़ावा’

इतना ही नहीं निशिकांत दुबे ने इस मुद्दे को लेकर ही कांग्रेस पर भी सीधा निशाना साधा था. एक केंद्रीय मंत्री ने भी कहा था कि ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ जैसे अखबार भी इसे स्वीकार कर रहे हैं कि नेविल रॉय सिंघम और उनका NewsClick चीन की ही कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) का एक खतरनाक हथियार हैं और दुनिया भर में ही यह चीन के राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं.

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