AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से सामने आए एक वायरल वीडियो ने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह वीडियो मोदीनगर क्षेत्र के मेरठ रोड स्थित एक निजी रेस्टोरेंट का बताया जा रहा है, जहां कुछ लोगों द्वारा एक युवक और युवती के साथ कथित तौर पर बर्बरता की गई। सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहे इस वीडियो में जो दृश्य सामने आते हैं, वे बेहद चिंताजनक और असहज करने वाले हैं।
देखें वीडियो
बताया जा रहा है कि यह घटना मोदीनगर के क्लासिक पिज्जा होटल के अंदर की है। वीडियो की अवधि लगभग 1 मिनट 37 सेकंड है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि रेस्टोरेंट के भीतर मौजूद कुछ लोग अचानक एक कमरे में घुसते हैं। उस कमरे के अंदर एक युवक और युवती मौजूद होते हैं। इसके बाद जो होता है, वह कानून और इंसानियत दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
अचानक कमरे में घुसा समूह
वीडियो में दिखता है कि 6 से 7 लोग रेस्टोरेंट के एक कमरे का दरवाजा जबरन खोलते हैं। कमरे के अंदर से युवक को शर्ट के कॉलर से पकड़कर बाहर घसीटा जाता है। रेस्टोरेंट में मौजूद अन्य लोग तमाशबीन बने रहते हैं। इसके बाद युवक को लगातार थप्पड़ मारे जाते हैं और उससे नाम व पहचान पूछी जाती है।
युवक बार-बार खुद को हिंदू बताता है और कहता है कि उसका नाम लक्ष्य है। वह लोगों से माफी मांगता है और छोड़ देने की गुहार लगाता है। बावजूद इसके, वीडियो में दिख रहे लोग उसकी बात सुनने को तैयार नहीं होते और मारपीट जारी रखते हैं।
युवती के साथ भी अमानवीय व्यवहार
इसी दौरान 2 से 3 लोग कमरे के अंदर से युवती को भी बाहर खींचकर लाते हैं। वीडियो में युवती की हालत बेहद असहज दिखाई देती है। आरोप है कि युवती को अर्धनग्न अवस्था में ही गालियां दी गईं और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। युवक लगातार युवती को कमरे के अंदर छिपाने की कोशिश करता रहता है, लेकिन वह सफल नहीं हो पाता।
कुछ देर बाद युवती को कपड़े पहनने के लिए कहा जाता है, जिसके बाद वह कमरे के अंदर जाकर दरवाजा बंद कर लेती है। इस दौरान बाहर युवक को लगातार पीटा जाता रहता है। पूरी घटना के दौरान किसी ने भी पुलिस को तुरंत सूचना देने की कोशिश नहीं की, जो समाज की सामूहिक संवेदनहीनता को दर्शाता है।
धर्म के नाम पर शक और हिंसा
वीडियो में यह भी सुनाई देता है कि युवक से बार-बार उसका नाम पूछकर उसे मुस्लिम बताने की कोशिश की जाती है, जबकि वह खुद को हिंदू बता रहा होता है। यह हिस्सा इस मामले को और गंभीर बना देता है। बिना किसी कानूनी अधिकार के किसी व्यक्ति की पहचान, चरित्र या निजी जीवन पर फैसला सुनाना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि बेहद खतरनाक मानसिकता को दर्शाता है।
पुलिस ने लिया संज्ञान
वीडियो वायरल होने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वीडियो के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। रेस्टोरेंट, घटना में शामिल लोगों और पीड़ितों की पहचान की जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि मारपीट करने वाले लोग किसी संगठन से जुड़े थे या नहीं।
पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है। अगर किसी भी तरह की अनैतिक या आपत्तिजनक गतिविधि की सूचना होती है, तो उसके लिए तय कानूनी प्रक्रिया है, न कि भीड़ द्वारा हिंसा।
समाज के लिए चेतावनी
यह घटना केवल एक वायरल वीडियो भर नहीं है, बल्कि यह समाज में बढ़ती मॉब जस्टिस, निजता के उल्लंघन और धार्मिक पहचान के नाम पर हिंसा जैसी गंभीर समस्याओं को उजागर करती है। किसी भी बालिग व्यक्ति की निजी जिंदगी में दखल देना कानूनन अपराध है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं अगर समय रहते रोकी नहीं गईं, तो यह कानून व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन सकती हैं। जरूरत है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति खुद को कानून से ऊपर न समझे।
मोदीनगर रेस्टोरेंट का यह मामला प्रशासन, समाज और कानून तीनों के लिए एक कड़ा संदेश है। वायरल वीडियो ने भले ही घटना को उजागर किया हो, लेकिन असली परीक्षा अब पुलिस और न्याय व्यवस्था की है। पीड़ितों को न्याय मिलना और दोषियों पर कार्रवाई होना बेहद जरूरी है, ताकि समाज में कानून का भरोसा बना रहे।
The Ghaziabad Modinagar restaurant assault viral video has sparked widespread outrage across Uttar Pradesh. The incident, which allegedly involves members of a self-proclaimed Hindu group attacking a couple inside a private restaurant, has raised serious concerns about mob justice, personal freedom, and law enforcement. Ghaziabad Police have initiated an investigation into the Modinagar couple assault case, as the viral video continues to circulate on social media platforms.



















