AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आई एक घटना ने न सिर्फ पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि वर्दी की गरिमा को भी कटघरे में ला खड़ा किया है। आबूलेन मार्केट (जिसे बॉम्बे बाजार भी कहा जाता है) में ट्रैफिक जाम के दौरान एक महिला दरोगा द्वारा सड़क पर खुलेआम हंगामा करने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में महिला दरोगा एक युवक और उसकी साथी युवती के साथ बदसलूकी करती हुई साफ दिखाई दे रही हैं। मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग हरकत में आया और संबंधित महिला दरोगा को निलंबित कर दिया गया है।
कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद
यह घटना रविवार शाम करीब 7 बजे की बताई जा रही है। मेरठ के व्यस्त आबूलेन मार्केट इलाके में अचानक भारी ट्रैफिक जाम लग गया। इसी जाम में महिला दरोगा रत्ना राठी अपनी निजी कार में फंस गईं। उनके आगे एक अन्य कार खड़ी थी, जिसमें एक युवक और युवती बैठे हुए थे।
बताया जा रहा है कि दरोगा को अपनी गाड़ी आगे निकालने के लिए साइड नहीं मिल रही थी। इसी बात से वे बुरी तरह गुस्सा हो गईं और पहले अपनी कार में बैठे-बैठे ही गालियां देने लगीं।
गाड़ी से उतरते ही बढ़ा विवाद
गुस्सा बढ़ने पर महिला दरोगा अपनी कार से बाहर उतरीं और सामने खड़ी कार का दरवाजा खोल दिया। इसके बाद उन्होंने कपल के साथ अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया। वायरल वीडियो में वे खुद को पुलिस दरोगा बताते हुए युवक को धमकाती नजर आती हैं।
वे कहती सुनाई देती हैं कि अगर गाड़ी नहीं हटाई गई तो वे बेल्ट से पिटाई करेंगी और जेल भिजवा देंगी। इतना ही नहीं, उन्होंने बेहद आपत्तिजनक और शर्मनाक भाषा का इस्तेमाल किया, जिसे सार्वजनिक मंच पर दोहराना भी मुश्किल है।
युवती के साथ भी की बदतमीजी
जब कार में बैठी युवती ने स्थिति को शांत करने की कोशिश की और बीच-बचाव किया, तो महिला दरोगा ने उसके साथ भी गाली-गलौज शुरू कर दी। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दरोगा लगातार अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर रही हैं और अपनी वर्दी का रौब दिखा रही हैं।
युवक के साथ हाथापाई और मारपीट की भी बात सामने आई है। दरोगा ने उसे बेल्ट से पीटने और झूठे मुकदमे में फंसाने तक की धमकी दी।
सड़क पर जुट गई भीड़
घटना के दौरान सड़क पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। कई राहगीरों ने महिला दरोगा को समझाने की कोशिश की, लेकिन आरोप है कि उन्होंने आम लोगों के साथ भी बदतमीजी की।
इसी बीच किसी व्यक्ति ने पूरी घटना का वीडियो अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो गया और लोगों में आक्रोश फैल गया।
कौन हैं महिला दरोगा रत्ना राठी
जानकारी के अनुसार, महिला दरोगा रत्ना राठी अलीगढ़ जिले के महुआ थाना क्षेत्र में तैनात हैं। वायरल वीडियो में उनकी कार के डैशबोर्ड पर रखी पुलिस कैप से उनकी पहचान हुई।
बताया जा रहा है कि वे सरकारी ड्यूटी का हवाला देकर मुजफ्फरनगर जाने की बात कह रही थीं, लेकिन असल में वे दोस्तों के साथ मेरठ की आबूलेन मार्केट में शॉपिंग करने पहुंची थीं।
कार पर पहले से दर्ज हैं कई चालान
जांच में यह भी सामने आया कि महिला दरोगा की निजी कार (हुंडई i20) पर पहले से 14 ट्रैफिक चालान दर्ज हैं। इन चालानों की कुल राशि करीब 43,782 रुपये बताई जा रही है। यह तथ्य भी सोशल मीडिया पर लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
वीडियो वायरल होते ही हरकत में पुलिस
जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, मेरठ पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि शिकायत मिलने पर महिला दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।
बाद में अलीगढ़ के एसएसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला दरोगा रत्ना राठी को निलंबित कर दिया।
जांच में क्या आया सामने
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि महिला दरोगा ड्यूटी पर होने का दिखावा कर रही थीं, जबकि वे निजी काम से शॉपिंग करने गई थीं। साथ ही, सार्वजनिक स्थान पर इस तरह का व्यवहार पुलिस नियमों और आचरण के खिलाफ माना गया।
विभागीय जांच अब आगे बढ़ाई जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई यूजर्स ने सवाल उठाया है कि जब कानून की रक्षा करने वाले ही कानून तोड़ने लगें, तो आम जनता कैसे सुरक्षित महसूस करेगी।
लोगों का कहना है कि पुलिस की वर्दी जिम्मेदारी का प्रतीक होती है, न कि दबदबे और गाली-गलौज का हथियार।
वर्दी की गरिमा और जवाबदेही जरूरी
यह मामला सिर्फ एक ट्रैफिक विवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पुलिस व्यवस्था में जवाबदेही और अनुशासन का बड़ा सवाल भी खड़ा करता है। सार्वजनिक स्थान पर किसी भी अधिकारी से संयम और मर्यादा की उम्मीद की जाती है।
अब देखना होगा कि जांच के बाद महिला दरोगा के खिलाफ क्या सख्त कार्रवाई की जाती है और क्या यह मामला पुलिस विभाग के लिए एक सीख बन पाता है या नहीं।
A viral video from Meerut showing a woman police officer abusing and assaulting a couple during a traffic jam has sparked widespread outrage. The Meerut daroga viral video highlights issues of police misconduct, misuse of authority, and lack of accountability within the UP Police. Following the video’s circulation, the woman sub-inspector was suspended, and departmental action was initiated. The incident occurred at Abu Lane Market in Meerut and has raised serious concerns about police behavior in public places.






