AIN NEWS 1: बता दें अलीगढ़ के एक सरकारी स्कूल में मुस्लिम शिक्षक ने ही तिरंगा फहराने से इनकार कर दिया। ऐसे में ये सोचने वाली बात है के यह शिक्षक बच्चो को आख़िर क्या सिखायेगा। यही नहीं शिक्षक ने कहा कि वह भारत माता और सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प भी अर्पित बिलकुल नहीं करेगा। उसने कहा कि वह किसी के भी आगे मत्था कभी नहीं नहीं टेकेगा। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें स्कूल के अन्य शिक्षक उसे समझाने की पूरी कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं।यह मामला कोतवाली इगलास क्षेत्र के गांव लखटोई के प्राइमरी विद्यालय का ही बताया जा रहा है। वीडियो में मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन कह रहा है कि वह केवल ऊपरवाले के सामने ही अपना मत्था टेकेगा और ऊपरवाले के सिवाय वह किसी भी हालत में कभी भी किसी के सामने अपना मत्था बिल्कुल नहीं टेक सकता है। ये उसकी एक बहुत बड़ी मजबूरी है।

जाने शिक्षक और हसमुद्दीन के बीच की पूरी बातचीत…

शिक्षक बोले- हम भी तो मुस्लिम कार्यक्रम में अपना मत्था टेकते हैं

 

वीडियो में दिख रहा है कि क्लास के अंदर लकड़ी की कुर्सी पर बैठे मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन के पास क़रीब 2 से 3 लोग पहुंचते हैं। हसमुद्दीन से कहते हैं कि ये आपकी बहुत गलत बात है, हम लोग भी तो मुस्लिम लोगों के कार्यक्रम में जाते रहते हैं। हम लोग भी तो वहां पर अपना मत्था टेकते हैं।

जिस पर मुस्लिम शिक्षक कहता है बात सही है कि आप अपना मत्था टेकते हैं। जिस पर वो लोग मुस्लिम शिक्षक से फिर कहते हैं कि उनकी बात को माने और भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर पहुंचकर वह एक पुष्प चढ़ाकर आएं। क्योंकि हम हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई सब आपस में भाई भाई और एक हैं।

जाने किसी के सामने मत्था नहीं टेक पाएंगे- हसमुद्दीन

वायरल वीडियो में ग्रामीण शिक्षक को समझाते भी नजर आ रहे हैं।

इस पर मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन ने कहा कि हम किसी के सामने किसी भी प्रकार से बिल्कुल भी अपना मत्था नहीं टेक पाएंगे सिवाए ऊपरवाले के, जिस पर उन लोगों ने कहा कि तुमसे कोई मत्था टेकने के लिए तो नहीं कह रहा है। तुम भारत माता और सरस्वती माता के चित्र पर कम से कम पुष्प चढ़ाओ ओर चले आओ।जिस पर मुस्लिम शिक्षक ने कहा कि वह यहां झंडा फहराने के लिए बिलकुल तैयार है ओर जैसे आप लोग कहोगे वैसे वह तैयार हूं, जिस पर उन लोगों ने मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन से कहा कि वह भारत माता और सरस्वती माता के चित्र पर केवल और केवल पुष्प चढ़ा दें उनसे कोई भी लोग मत्था टेकने के लिए नहीं कह रहा है।

जाने प्रधान बोले- आपका मेन रीजन और प्रॉब्लम क्या है

इसके बाद गांव के प्रधान मान सिंह और अन्य लोग वहां क्लास में पहुंचे गए जहां यह शिक्षक बैठा हुआ था। और लोगों ने मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन से कहा कि आपका मेन रीजन और प्रॉब्लम क्या है कि आपने सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प भी अर्पित करने से मना कर दिया। इस पर हसमुद्दीन ने कहा कि उसकी तीन-चार दिन से तबीयत काफ़ी खराब थी। तभी लोगों ने कहा, तो आपको आज छुट्टी ले लेनी चाहिए थी। हसमुद्दीन ने कहा- उसने छुट्टी ली थी, लेकिन उसकी छुट्टी मान्य नहीं हुई। जिस पर उन लोगों ने कहा छुट्टी लेना अलग बात है लेकिन आप 74 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर हाथरस से यहां स्कूल पर आए हैं, आपको चित्र पर माल्यार्पण करने में आखिर क्या परेशानी है, लेकिन हाथरस से तबीयत खराब के बाद आपको यहां स्कूल आने में तो कोई परेशानी नहीं हुई है।

जाने विभाग करेगा मामले की जांच

बीएसए सत्येंद्र कुमार ढाका ने बताया कि वीडियो की पूरी जांच कराई जाएगी। अगर इस मामले में सच्चाई है। शिक्षक ने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने से इनकार किया है। तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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