AIN NEWS 1: दिल्ली से आ रही स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस ट्रेन में नमाज पढ़ने को लेकर हुए बड़े विवाद में रिटायर्ड आर्मी जवान की पिटाई का मामला सामने आया है। पूर्व सैनिक ने ट्रेन के गलियारे में नमाज पढ़ रहे लोगों से निकलने के लिए रास्ता मांगते हुए उन्हें ऐसा करने से रोका था। नमाजियों ने बात नहीं मानी। इसके बाद विरोध में पूर्व सैनिक भी रास्ते में ही बैठकर मंत्र उच्चारण करने लगा था।इस मामले में GRP थाना पुलिस, आमला ने पैंट्री कार के मैनेजर समेत 2 वेंडरों के खिलाफ मारपीट का केस भी दर्ज किया है। पुलिस ने मैनेजर समेत एक वेंडर को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि एक आरोपी अभी फरार है। पीड़ित पूर्व सैनिक विलास नायक रविवार को एस-4 कोच में सफर कर रहे थे। वे विशाखापट्टनम के लिए जा रहे थे।
रिटायर्ड जवान की जुबानी पूरा मामला जानिए…
मारपीट में घायल पूर्व सैनिक विलास नायक। वे महाराष्ट्र के कोल्हापुर के रहने वाले हैं। फिलहाल वे विशाखापट्टनम के नेवल डॉकयार्ड के DSC प्लाटून में सिपाही के पद पर ही तैनात हैं।
बता दें बाथरूम जाने के लिए नहीं दिया रास्ता
पीड़ित जवान ने बताया- मैं महाराष्ट्र के कोल्हापुर के डोनीवाड़ी का रहने वाला हूं। अभी मैं विशाखापट्टनम के नेवल डॉकयार्ड के DSC प्लाटून में सिपाही के पद पर हूं। इससे पहले मैं 28 साल सेना में रहा हूं। मैं हरिद्वार में रामदेव बाबा के आश्रम से इलाज कराकर स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से लौट रहा था।
रविवार सुबह ट्रेन के चलते ही कुछ लोग सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने के लिए ट्रेन के गलियारे में ही बैठ गए। दोपहर एक बजे वे फिर रास्ते में बैठकर सामूहिक नमाज वही पढ़ने लगे। शाम को वे तीसरी बार उसी कोच के गलियारे में बैठकर नमाज पढ़ रहे थे। मैंने उनसे बाथरूम जाने के लिए रास्ता मांगा तो नमाजियों ने रास्ता नहीं दिया। मुझे उन्होने वापस लौटा दिया। मैंने उनसे कहा कि यह गलत है, आप लोग रास्ता रोककर नमाज पढ़ेंगे तो मैं भी यही मंत्रों का जाप करूंगा।विलास नायक ने वीडियो बनाकर बताया कि ट्रेन में इन यात्रियों के साथ उनका नमाज पढ़ने को लेकर विवाद हुआ था।
जाने तीन लोगों ने मिलकर की मारपीट
विलास नायक ने कहा- मैं रास्ते में बैठकर मंत्र का जाप करने लगा। इस बात पर नमाज पढ़ने वाले लोगों ने भी रास्ते से हटने के लिए कहा। तभी पैंट्री कार के कर्मचारी भी वहा आ गए। उन्होंने ने भी मुझे रास्ते से हटने के लिए कहा। मैंने कहा कि जब ट्रेन मे रस्ता रोक कर नमाज पढ़ी जा सकती है, तो मंत्र क्यों नहीं पढ़े जा सकते। इसके बाद उनके सीनियर और 3 लोगों ने मेरे साथ काफ़ी ज्यादा मारपीट की। मेरे चेहरे समेत शरीर में कई जगह चोटें आई हैं। इस घटना को बोगी में बैठे सभी लोग सिर्फ देखते रहे। GRP ने मुझे बैतूल जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
जवान ने वीडियो बनाकर बताई पीड़ा
मारपीट के बाद विलास ने चलती ट्रेन से ही एक वीडियो बनाया। इसमें वे लहूलुहान हालत में अपनी पीड़ा विडियो के माध्यम से ही बता रहे हैं। इस वीडियो में वे बता रहे हैं कि जिन लोगों से उनका विवाद हुआ वे केरल जा रहे हैं। सभी हजरत निजामुद्दीन से ट्रेन में सवार हुए थे।
ट्रेन में नमाज पढ़ने वाले मुज्जकिर अहमद ने बताया कि हम लोग निजामुद्दीन से विजयवाड़ा को जा रहे थे। ट्रेन के अंदर नमाज पढ़ने के दौरान यह व्यक्ति आया था और कहने लगा कि मुझे बाथरूम जाना है। हमने उसे नवाज़ के बाद में जाने के लिए कहा। वह यहीं से जाने की बात पर अड़ गया। कुछ देर बाद हमारी नमाज खत्म हो गई। हम अपनी सीट पर बैठ गए।
इसके बाद यह व्यक्ति भी रास्ते में बैठ गया। वो कह रहा था कि हम लोगों को किसी ने रास्ते से नहीं हटाया। अब मैं भी यहां पर पूजा करूंगा। देखते हैं मुझे कौन रोकता है। वह रास्ते में बैठ गए। पैंट्रीकार वालों को निकलने से भी रोकने लगे। तीन कर्मचारी लौट गए। इस दौरान उनसे विवाद हो गया। दो-तीन कर्मचारियों ने उसे पीट दिया।
पैंट्री कार के मैनेजर ने कहा- कर्मचारियों को रोकने पर पीटा
पैंट्री कार के मैनेजर हरवेश ने बताया कि यह व्यक्ति ट्रेन के गलियारे में ही बैठा था। स्टाफ को निकलने से भी रोक रहा था। स्टाफ आधा घंटे से वहां खड़ा था। मैं उसे समझाने गया तो उसने मुझ पर हमला कर दिया। इस पर हमारे लड़कों ने उसे पीट दिया। यह व्यक्ति किसी को नहीं निकलने दे रहा था।
जीआरपी ने ट्रेन से जा रहे तीन लोगों सलमान, अल्लाहबख्श और मुजक्कीर अहमद को भी बैतूल में ही रोक लिया। पूछताछ के बाद इन्हें दूसरी ट्रेन से विजयवाड़ा भेजा गया।
बता दें पैंट्री कार के मैनेजर सहित दो गिरफ्तार
जांच अधिकारी एनएस ठाकुर ने बताया कि मारपीट के आरोप में पैंट्री कार के मैनेजर हरवेश श्रीवास और वेंडर पवन को अभी गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी फरार है। जीआरपी ने इस मामले में जमाती सलमान, अल्लाहबख्श और मुजक्कीर अहमद को भी ट्रेन से उतार लिया था।