नागेश्वर बाबा मंदिर में अलग-अलग रुप में शृंगार किया जा रहा है खाटू श्याम और महाकाल का !
मंगलवार को सावन का पहला दिन था और कानपुर में सावन के पहले दिन नागेश्वर मंदिर में सुबह नागेश्वर बाबा ने खाटू श्याम और शाम के समय महाकाल रुप में दर्शन दिए। ऐसा कानपुर में पहली बार हो रहा है कि बाबा नागेश्वर को रोज अलग-अलग रुप में सजाया जा रहा है इन सब चीजों को देखने के लिए श्रद्धालु की भारी भीड़ पहुंच रही है।
आपको बता दें कि बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु की सुबह पांच बजे से कतार में भीड़ दिख जा रही है। महंत प्रकाशानंद गिरि महाराज ने बताया कि रोज आना नागेश्वर बाबा को नए रुप में तैयार किया जा रहा है। साथ ही महाराज जी ने बताया कि इसमें मेवा, फल, मिठाई, फूल और बेल पत्थरों से बाबा को कभी महकाल , कभी बाबा बफार्नी, कभी अर्धनारश्वर समेत अन्य रुप दिया जाएगा।
बता दे कि ऐसा शहर में किसी अन्य मंदिर में नहीं होगा आपकी जानकारी के मुताबिक बता दू कि नागेश्वर बाबा मंदिर भारत के प्राचीन,ऐतिहासिक चमत्कारिक औऱ रहस्यमयी मंदिरों में से एक है। और नागेश्वर बाबा के दर्शन प्राप्त करने से जीवन के ढेरों कष्ट दूर हो जाते है। साथ ही इस मंदिर में सैकड़ो वर्ष पुराना एक तालाब भी है।
नागेश्वर बाबा के दर्शनों करने का समय रात के 8 बजे से 12 बजे तक
सावन में सामान्य दिनों में सुबह 5 बजे मंगला आरती व भोग, दोपहर 12 बजे से भोग व आरती होगी। शाम 4 से 6 बजे तक जलाभिषेक किया जाएगा। 6 बजे बाबा के शृंगार के लिए मंदिर के पट बंद किए जाएंगे। शृंगार के बाद रात 8 से 12 बजे तक दर्शनों के लिए पट खोले जाते हैं।
सोमवार को तीन बजे से दर्शन की शुरुआत की जाएंगे।
सावन के सोमवार को नागेश्वर मंदिर के पट भोर 3 बजे से खुल जाएंगे। शाम 7 बजे बाबा के शृंगार के समय पट बंद किए जाएंगे।
रुद्राभिषेक व शृंगार कोई भी श्रद्धालु कर सकता है।
नागेश्वर बाबा मंदिर में रुद्राभिषेक व शृंगार के लिए भक्तगण मंदिर के महंत प्रकाशानंद गिरि महाराज से संपर्क कर सकते हैं। और कोई भी भक्त नागेश्वर बाबा का रुद्राभिषेक व शृंगार कोई भी श्रद्धालु कर सकता है।