AIN NEWS 1 : बता दें लखनऊ से आज की सबसे बड़ी खबर आ रही है। जेवर में बनाए जा रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के दूसरे चरण के लिए मुआवजे की दरें अब बढ़ा दी गई हैं। बुधवार को जेवर क्षेत्र के किसानों ने लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह जब किसानों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। किसानों के बीच योगी आदित्यनाथ ने मुआवजा बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। अब दूसरे चरण के लिए जमीन देने वाले किसानों को ₹3,500 प्रति वर्ग मीटर की दर से मुआवजा दिया जाएगा। इस पर किसानों ने काफ़ी खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि दूसरे चरण के लिए अब तक बेहद कम संख्या में किसानों ने जमीन देने के लिए अपनी सहमति जाहिर की है। अब किसानों ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया है कि अगले एक सप्ताह में शत-प्रतिशत किसान अपनी सहमति देंगे।
विधायक धीरेन्द्र सिंह के साथ लखनऊ पहुंचे किसान
बुधवार की सुबह जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों किसान लखनऊ पहुंचे। शाम करीब 6:00 बजे लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर धीरेंद्र सिंह किसानों को लेकर पहुंच गए। मुख्यमंत्री और किसानों के बीच एक बैठक हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को एक बार फिर हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने पहले चरण में सरकार को मिले सहयोग पर धन्यवाद ज्ञापित भी किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आप लोगों का यह सहयोग आने वाली पीढ़ियों के बहुत काम आएगा। उत्तर प्रदेश सरकार आपके सहयोग के लिए सदैव आभारी रहेगी। राज्य सरकार जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को जमीन देने वाले किसानों की हरसंभव मदद सरकार करेगी। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन, जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह, यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी और नागरिक उड्डयन विभाग किसानों की छोटी से छोटी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर ही निस्तारित करेंगे।
“पहले चरण में मिला था 2,650 रुपये प्रति वर्ग मीटर मुआवजा
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पहले चरण के लिए 1,365 हेक्टेयर जमीन का अभी अधिग्रहण किया गया। नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सर्किल रेट से लगभग दो गुना मुआवजा दिया गया। पहले चरण में मुआवजा दर ₹2,150 वर्ग मीटर थी। जिसे किसानों ने नाकाफी करार दिया था। जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह की पहल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ₹500 प्रति वर्ग मीटर की दर से बोनस देने का ऐलान भी किया। तब ग्रेटर नोएडा के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में किसानों और मुख्यमंत्री के बीच बैठक हुई थी। मुख्यमंत्री ने ₹500 अतिरिक्त मुआवजा बढ़ाने का ऐलान किया था। इसके बाद किसानों ने फटाफट भूमि अधिग्रहण की सहमति दे दी थी। अब दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है। किसान मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे थे।
इन गांवों के 7,164 किसानों से होगा 1,185 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के दूसरे फेज के लिए 6 गांवों करौली बांगर, कुरैब, दयानतपुर, रनहैरा, मुढरह और बीरमपुर में 1,185 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण अभी किया जाना है। इसमें 124 हेक्टेयर जमीन सरकारी है। करीब 57 हेक्टेयर जमीन पहले चरण के साथ जिला प्रशासन अधिग्रहित कर भी चुका है। यह जमीन दूसरे चरण में शामिल कर दी जाएगी। इन गांवों के 7,164 किसानों से ही भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। पहले चरण में 6 गांवों रोही, पारोही, किशोरपुर, रनहेरा, किशोरपुर और दयानतपुर गांव की जमीन ली गई है। इन गांवों से कुल 1,365 हेक्टेयर जमीन ली गई थी। इनमें से रोही, नंगला गणेशी और नंगला हुकुमसिंह गांवों को विस्थापित भी किया गया है।
अब तक केवल 1,650 किसानों ने दी अपनी सहमति
दूसरे चरण में करौली बांगर, दयानतपुर, कुरैब, रन्हेरा, मुंढरह और बीरमपुर की जमीन का अधिग्रहण होना है। इन गांव के करीब 5 हजार खाता धारकों से अपनी सहमति ली जानी है। जिला प्रशासन अब तक केवल 1,650 किसानों से ही सहमति ले पाया है। बाकी किसानों से सहमति लेने का काम चल रहा है। सारे गांवों से 1,365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। इसमें 124 हेक्टेयर तो सरकारी जमीन है। इसे सीधा नागरिक उड्डयन विभाग के नाम किया जाएगा। यमुना अथॉरिटी 57 हेक्टेयर जमीन का पहले से ही अधिग्रहण कर चुका है। इसके अलावा करौली बांगर की 159 हेक्टेयर, दयानतपुर की 145 हेक्टेयर, कुरैब की 326 हेक्टेयर, रनहेरा की 458 हेक्टेयर, मुंढरह की 46 हेक्टेयर और बीरमपुर के किसानों की 49 हेक्टेयर जमीन इसमें शामिल है।