पश्चिमी यूपी में हारी 7 सीटों पर योगी, शाह और नड्डा संभालेंगे कमान; मुजफ्फरनगर और कैराना में BJP को कड़ी टक्कर
दिल्ली का सिंहासन जीतना है तो उत्तर प्रदेश में विजय का पताका फहराना होगा। ऐसा तब होगा जब भगवा सूरमा पश्रिम उत्तर प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव में मिली हार का चक्रव्यूह तोड़ेगे।
कुछ ऐसी रणनीति के साथ भाजपा के दिग्गजों ने पश्रिम यूपी को मथना तेज कर दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं राष्ट्रीय जेपी नड्डा की तिकड़ी ने मोर्चा संभाल लिया है।
पांच साल में 50 प्रतिशत सीटें हाथ से फिसलीं
2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी लहर की बदौलत पश्रिमी उप्र की सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 में सपा- बसपा और रालोद की तिकड़ी ने भाजपा से बिजनौर, नगीना, सहारनपुर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा एवं रामपुर छीन लिया।
यूपी के तत्कालीन संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने प्रदेश में 70 प्लस का नारा दिया, जो पश्चिम उप्र की वजह से डूब गया। केंद्रीय इकाई ने हार के कारणों का मंथन किया। जिसके बाद सहारनपुर, बिजनौर नगीना का जिम्मा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संभाला, वहीं अमरोहा में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने डेरा डाला था। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने रामपुर में हार के कारणों की पड़ताल कर रिपोर्ट केंद्रीय टीम को दिया था।
पश्चिम पर यूपी का विशेष फोकस
मिशन-2024 में जुटी भाजपा ने प्रदेश की हारी सभी हारी 16 सीटों पर नए सिरे से रणनीतिक रचना की है। इसके लिए लाभार्थी सम्मान योजना संचालित कर रही है। अभियान के बहाने पार्टी की चुनावी धार और तेज करने के लिए 25 जून को सीएम योगी गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद और बागपत में जनसभा करेंगे, जिसका असर पूरे पश्चिम उप्र तक पहुंचेगा।
सीएम योगी पश्चिम के 25 जिलों का प्रभार संभालने के साथ ही मुरादाबाद और सहारनपुर में सर्वाधिक बार दौरा कर चुके हैं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 30 जून को बिजनौर में डेरा डालेंगे। यह सीट भाजपा के लिए कड़ी चुनौती बनी हुई है।
रेलमंत्री कर चुके हैं कई बार दौरा
बेशक यहां रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव कई बार दौरा कर चुके हैं लेकिन अमित शाह की जनसभा से पार्टी को नई ताकत मिलेगी। इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 21 जून को गाजियाबाद में योग के कार्यक्रम में पहुंचने के बाद संगठन के साथ चुनावी रणनीतियों की समीक्षा भी करेंगे।
दो दिन पहले प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने बुलंदशहर का दौरा किया है। मेरठ में 22 जून को भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या की जनसभा होगी, वहीं राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह भी पदाधिकारियों से संवाद कर चुनावी नब्ज टटोलेंगे।
2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा मामूली अंतर से मेरठ-हापुड़ सीट जीत सकी थी जहां अब भी बड़ी चुनौती है, वहीं मुजफ्फरनगर एवं कैराना के चुनावी समीकरण भाजपा की धड़कन बढ़ा रहे हैं। पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया ने बताया कि भाजपा संगठन की नींव पर खड़ी पार्टी है जहां सालभर उत्सव चलता है।