नौकरी पाने वाले योग्य युवाओं की तादाद बढ़ी
50% से ज्यादा हुई देश में स्किल वर्कफोर्स
रोजगार के मौकों में भी हो रहा है इजाफा
AIN NEWS 1: देश में रोजगार हासिल करने की योग्यता रखने वाले युवाओं की तादाद लगातार बढ़ रही है। इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2023 में दावा किया गया है कि देश के आधे से ज्यादा युवा नौकरी पाने की योग्यता रखते हैं। इंडिया स्किल्स रिपोर्ट के मुताबिक देश में 50.3 फीसदी युवा नौकरी हासिल करने के काबिल हैं। यानी 2017 से 2023 के बीच 7 बरस में पहली बार योग्य युवाओं की संख्या 50 फीसदी से ज्यादा हुई है। 2022 में 46 परसेंट लोग ही इस सेगमेंट में शुमार थे। पौने 4 लाख उम्मीदवारों के वीबॉक्स नेशनल एम्प्लॉयबिलिटी टेस्ट और 15 से ज्यादा इंडस्ट्रीज की 150 कंपनियों पर किए हायरिंग इंटेंट सर्वे से ये नतीजे सामने आए हैं।
नौकरी पाने वाले योग्य युवाओं की तादाद बढ़ी
जानकारों का मानना है कि ये ट्रेंड भारत में स्किल्ड वर्कफोर्स की उपलब्धता की तरफ संकेत कर रहा है जिससे यहां पर देसी विदेशी कंपनियों के लिए नए मौके पैदा हो रहे हैं। यही वजह है कि तेजी से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की तरफ बढ़ रहे देश में अब ऑटो कम्पोनेंट्स सेक्टर को भी तेज ग्रोथ का भरोसा है। रिपोर्ट के मुताबिक स्किल्ड युवाओं में भी रोजगार के योग्य पुरुषों की हिस्सेदारी 47 फीसदी और महिलाओं की 53 परसेंट है। अगर उम्र के लिहाज से देखा जाए तो इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2023 के मुताबिक 22 से 25 साल आयुवर्ग के 56 फीसदी युवा नौकरी के लिहाज से काबिल हैं। ऐसे में इस साल 38 फीसदी डिमांड 1 से 5 साल तक अनुभव वालों की रहेगी।
50% से ज्यादा हुई देश में स्किल वर्कफोर्स
वीबॉक्स नेशनल एम्प्लॉयबिलिटी टेस्ट के नतीजों के मुताबिक
बी कॉम पास 60.62 फीसदी, एमबीए करने वाले 60.1 परसेंट, बीफार्मा पास 57.51 फीसदी नौकरी करने के योग्य हैं। इंडस्ट्री के लिहाज से देखें तो 2023 में सबसे ज्यादा भर्तियां ऑटोमोटिव, इंजीनियरिंग और इंटरनेट बिजनेस में होने का अनुमान है। नैसकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक रिटेल में सबसे ज्यादा ढाई करोड़ नौकरियां आ सकती हैं।
रोजगार के मौकों में भी हो रहा है इजाफा
ऐसे में अगले 7 साल में यानी 2030 तक डिजिटल और डेटा लिटरेसी,
इमोशनल इंटेलीजेंस और क्रिएटिविटी जैसी स्किल की डिमांड तेजी से बढ़ेगी। इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2023 के मुताबिक रोजगार देने में यूपी में 72.7 फीसदी, महाराष्ट्र में 69.8 परसेंट और दिल्ली में 68.9 फीसदी लोग रोजगार के योग्य पाए गए। हालांकि सबसे ज्यादा नौकरियां देने में महाराष्ट्र पहले, कर्नाटक दूसरे और दिल्ली तीसरे स्थान पर रहा।
शहरों के लिहाज से देखें तो एम्प्लॉयबिलिटी में मुंबई पहले,
लखनऊ दूसरे मंगलोर तीसरे और दिल्ली चौथे स्थान पर रहा
नौकरी के लिए देश के टॉप-10 पसंदीदा शहरों में बेंगलुरु पहले, हैदराबाद दूसरे, पुणे तीसरे, चेन्नई चौथे, कोयम्बटूर 5वें और दिल्ली छठे स्थान पर रहा। शहरों में गाजियाबाद में सबसे ज्यादा 75 परसेंट पुरुष और तिरुपति में सबसे ज्यादा 47 फीसदी महिलाएं रोजगार के काबिल पाई गईं।