पाकिस्तान की कोर्ट ने नीचता की सारी हदें पार की। नाबालिग हिंदू लड़की को उसके ही मुस्लिम किडनैपर को सौंपने का फैसला सुना दिया, देखे विडियो

पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार केवल वहां की अवाम तक सीमित नहीं है बल्कि अब पाकिस्तान की अदालतें भी इन अत्याचारियों का साथ देने के लिए बेशर्मी के साथ सामने आ गई हैं।

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घनघोर नीचता पर उतरी पाकिस्तान की अदालत

15 साल की निर्दोष हिंदू लड़की को तालिबानी सजा

सिरफिरे जज ने किडनैपर को सौंपने का फैसला दिया

AIN NEWS 1: पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार केवल वहां की अवाम तक सीमित नहीं है बल्कि अब पाकिस्तान की अदालतें भी इन अत्याचारियों का साथ देने के लिए बेशर्मी के साथ सामने आ गई हैं। हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह से जुड़े एक मामले में पाकिस्तान की अदालत के सिरफिरे जज के आदेश ने हिंदुओं में डर बढ़ा दिया है। पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू अब वहां पर किसी से इंसाफ की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। पाकिस्तानी अदालत ने एक हिंदू नाबालिग लड़की चंदा मेहराज को उसके ही अपहरणकर्ता को सौंपने का आदेश दे दिया। चंदा मेहराज को पुलिस द्वारा छुड़ाए जाने के अगले दिन ही एक पाकिस्तानी कोर्ट के सिरफिरे जज ने आदेश दिया कि उसे अपने मुस्लिम पति के पास वापस जाना चाहिए।

फैसले के बाद मां बाप से लिपटकर रोने लगी 15 साल की बच्ची

हालांकि फैसले के विरोध के बाद कोर्ट ने चंदा मेहराज को मेडिकल जांच के लिए सेफ हाउस में भेज दिया है। लेकिन फैसले के तुरंत बाद अत्याचारी की ज़िंदगीभर गुलामी करने की कल्पना से ही 15 साल की मासूम बच्ची सिहर उठी और अपने मां बाप से लिपकर रोने लगी। दरअसल, चंदा मेहराज का 13 अक्टूबर को सिंध के हैदराबाद शहर से शमन मैगसी बलूच नाम के शख्स ने किडनैप कर लिया था। कराची पुलिस ने हफ्ते भर बाद चंदा मेहराज को कराची शहर में किराए के एक घर से बरामद किया था। हालांकि उसकी अपहरण को लेकर भी पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। चंदा मेहराज का किडनैप घर लौटते वक्त किया गया था। पुलिस के मुताबिक चंदा का अपहरण 13 अक्टूबर को हुआ था जबकि परिजनों का आरोप है कि घटना 12 अगस्त की है।

जबरन इस्लाम में परिवर्तन करके यौन शोषण किया गया

चंदा को कराची की कोर्ट में पेश किया गया था जहां उसने बयान दिया था कि किडेनैप के बाद उसे कराची ले जाया गया जहां पर जबरन इस्लाम कबूल करवाकर उसका बार-बार यौन शोषण हुआ और मारपीट तक की गई। अब अदालत ने चंदा मेहराज को कराची स्थित गर्ल्स शेल्टर होम भेज दिया है लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि कोर्ट ने चंदा को माता-पिता के साथ जाने तक की इजाजत नहीं दी।

दस लोगों ने किया सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ गैंगरेप। चिल्लाती रही युवती लेकिन कोई मदद को नहीं आया। नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती है युवती।

मां बाप से लिपटकर रोती चंदा का वीडियो हुआ वायरल

जब कोर्ट ने चंदा को माता-पिता के साथ नहीं जाने दिया तो वो मासूम बच्ची अदालत में ही उनसे लिपटकर रोने लगी थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। हालांकि इसके बाद विरोध के चलते अदालत को बैकफुट पर आना पड़ा और कोर्ट ने चंदा को एक सुरक्षित घर में जाने और मेडिकल रिपोर्ट करने का आदेश दिया था। जब चंदा का अपहरण हुआ था तो उसकी मां ने न्याय प्रणाली पर अविश्वास जताया था। चंदा के मिलने के बाद उसकी मां ने उम्मीद जताई थी कि सरकार और अदालत उनके साथ इंसाफ करेगी लेकिन अब भी ऐसा नहीं हुआ।

पाकिस्तान में हिंदुओं पर बढ़ रहे हैं अत्याचार

पाकिस्तान में हिंदू बच्चियों के अपहरण और यौन शोषण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। आशंका है कि पाकिस्तान में हर साल कम से कम 1 हज़ार अल्पसंख्यक लड़कियों, जिनमें ज्यादातर हिंदू और कम उम्र की लड़कियां शामिल हैं, को जबरन इस्लाम कबूल करवाकर ज्यादा उम्र के मुस्लिम पुरुषों से शादी कर दी जाती है। चंदा मेहराज मामले ने पाकिस्तान में न्यायिक प्रणावी पर भी सवाल उठा दिए हैं। द्रविड़ एकता के अध्यक्ष और मानवाधिकार कार्यकर्ता शिव कच्छी ने कहा कि अगर पुलिस ने उचित समय पर कार्रवाई की होती, तो लड़की को बहुत पहले छुड़ा लिया जाता।

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