- इमरान खान के लॉन्ग मार्च पर हमला
- इमरान के पैर में गोली लगी
- हमलावर ने कंटेनर के नीचे से चलाई गोलियां
AIN NEWS 1 | लॉन्ग मार्च लेकर इस्लामाबाद की ओर कूच कर रहे पाकिस्तान के पूर्व पीएम मियां इमरान खान के कंटेनर पर गुजरांवाला के अल्लाहवाला चौक पर हमला हो गया। एक व्यक्ति ने उनके कंटेनर पर उस वक्त फायरिंग की जब वो समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। गोलीबारी की आवाज से रैली में भगदड़ मच गई और कई लोग जख्मी हो गए। हमलावर ने कंटेनर के नीचे से ऊपर की तरफ फायरिंग की थी इसलिए गोलियां पीटीआई नेताओं के पैर में लगीं। शख्स ने काफी गोलियां दागीं जिसमें इमरान खान समेत कई लोग लोग घायल हो गए। खबरों के मुताबिक इमरान खान के पैर में गोली लगी है जिसके बाद उन्हें बुलेटप्रूफ गाड़ी में अस्पताल ले जाया गया। हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इमरान के इंतज़ार में था हमलवार
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट जियो न्यूज पर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर इमरान खान के काफिले के इंतजार में था। वो कंटेनर के बेहद नजदीक था। जैसे ही कंटेनर करीब पहुंचा, उसने उसके ऊपर खड़े इमरान खान और उनकी पार्टी के नेताओं पर गोलियां बरसा दीं। हमला नीचे से होने की वजह से गोलियां कंटेनर के ऊपर खड़े नेताओं के पैरों पर लगी। इस हमले में इमरान खान को भी गोली लगी है। जब इमरान को कंटेनर से उतारा गया, तो उनके पैर पर पट्टी बंधी हुई थी। जियो न्यूज के अनुसार इस हमले में फवाद चौधरी और फैसल जावेद भी घायल हुए हैं।
सात दिनों से जारी है विरोध प्रदर्शन
इस्लामाबाद की तरफ चल रहे सरकार विरोधी लॉन्ग मार्च की अगुवाई कर रहे पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान कर रहे हैं। हमले से पहले उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीख का एलान होने तक विरोध 10 महीने तक जारी रहेगा। द न्यूज ने बताया कि पहले, योजना 4 नवंबर तक इस्लामाबाद तक पहुंचने की थी, जिसे बाद में 8-9 नवंबर और फिर 11 नवंबर तक बढ़ा दिया गया। मार्च गुरुवार को सातवें दिन में प्रवेश कर गया।
‘चोरों’ के गुलाम बनने से मरना बेहतर
लोगों को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि ‘हमारा आंदोलन अगले 10 महीनों तक चुनाव की तारीख का एलान होने तक जारी रहेगा। हम इन चोरों को कभी मान्यता नहीं देंगे।’ उन्होंने कहा कि ‘चोरों’ का गुलाम बनने से मरना बेहतर है। पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने तब एलान किया था कि पार्टी ‘सरकार को थका देने तक’ के लिए तारीखें बदलती रहेगी। इस साल की शुरुआत में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए बाहर किए जाने के बाद पीटीआई अध्यक्ष का इस्लामाबाद की तरफ ये दूसरा मार्च है।