पीड़िता ने शादी से किया इनकार, तो लड़के ने सिर पर रॉड मारकर उतारा मौत के घाट !
एक बार फिर से एक लड़की को दिनदहाड़े एक युवक ने रॉड मारकर मौत के घाट उतार दिया. दिल्लीवासी कुछ नहीं कर पाई. जब कुछ महीने पहले साक्षी को भी साहिल नाम के युवक ने दिनदहाड़े उसको 28 से अधिक बार चाकू से बार किया जाता है और तब भी वहा पर लोगो खड़े होकर तमाश देख रहे थे
आपको बता दे कि 28 जुलाई को राजधानी दिल्ली में दिनदहाड़े एक और लड़की की हत्या का मामला सामने आया है. बता दे कि दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में अरबिंदो कॉलेज के पास एक पार्क में दोपहर करीब 12 बजे एक लड़के नें लड़की को रॉड से पीट-पीट कर हत्या कर दी. बताया जा रहा कि युवती की उर्म 23 वर्षीय की है जिसको लोहे की रॉड से पीट- पीटकर मार डाया
युवती ने किया शादी से इंकार
शुक्रवार 28 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे 23 वर्षीय युवती अपने मित्र के साथ शहर के पॉस इलाके मालवीय नगर में स्थित अरविदों कॉलेज के पास एक पार्क मे आई थी. उसी समय युवक वहां आया और उसने युवती पर कई वार कर दिए. जिससे वह बुरी तरह जख्मी होकर वहीं गिर पड़ी. काफी गहरी चोट लगने के कारण उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई. दक्षिणी दिल्ली के डिप्टी कमिश्नर चंदन चौधरी के अनुसार युवती का नाम नरगिस था. वह कमला नेहरू कॉलेज में पढ़ती थी. बता कि जिस पार्क में नरगिस की हत्या की गई वहां बहुत से लड़के-लड़कियां घूमने के लिए आते हैं. हत्यारे की शिनाख्त पुलिस ने इरफान के रूप में कर ली थी. वह मौके से फरार हो गया था. हालांकि घटना के कुछ ही देर बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बताया जा रहा कि इरफान संगम बिहार का रहने वाला था. पूछताछ में उसने कुबूल कर लिया कि लड़की ने शादी से इंकार कर दिया था. इसलिए उसने नाराज होकर इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने युवती की बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दी है. अपने परिवार के कहने पर नरगिस ने युवक इरफान से बात करना भी बंद कर दिया था. जिससे वह काफी परेशान हो गया था. नरगिस कमला नेहरू कॉलेज से ग्रेजुएट होने के बाद मालवीय नगर में स्टेनों की कोचिंग कर रही थी
इस घटना को देखकर क्या दिल्ली में महिलाऐं सुरक्षित है?
इन घटनाओं के बाद राजधानी महिलाओं के लिए कितनी सुरक्षित है ये सवाल उठ रहे हैं. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने 24 घंटे के अंदर हुई इन दो खौफनाक वारदातों का जिक्र करते हुए सुरक्षा का मुद्दा उठाया है. उन्होंने लिखा है कि “मालवीय नगर जैसे पॉश इलाके में युवती की रॉड से हत्या कर दी जाती है. वहीं दूसरी ओर महिला को गोली मार दी जाती है. किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ता. अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे सिर्फ खबरों में पीड़िताओं को नाम बदलते रहते हैं और बाकी की खबर बरावर होती है शायद दिल्लीवाशियो के अन्दर दिल नही है किसी को बचाना नही जानते है . उस पार्क में बहुत सारे लड़की लड़किया थे अगर उन्में से एक ने भी अवाज उठाते तो शायद वो युवती आज हमारे बीच होती।