Ainnews1.com: 17 सितम्बर 2022 को पेन पॉकेट बुक्स प्रकाशन द्वारा लेखिका अहाना अर्चना पांडेय का लिखा उपन्यास क्रेज ऑफ जिम्मी का विमोचन हुआ है, जिसने पहले दिन ही जबरदस्त शुरुआत की है ।
यह उपन्यास आधुनिक समाज में पारंपरिक विचार व वेशभूषा के साथ रहने वाली लड़की की असहजता को दर्शाता है ।
क्रेज ऑफ जिम्मी यह एक रोमांस से भरपूर थ्रिलर उपन्यास है जिसकी संपूर्ण कथा समाज के ईर्द-गिर्द घूमती रहती है । यह एक काल्पनिक उपन्यास है । यह उपन्यास अन्य उपन्यास से बिल्कुल भिन्न है । यह उपन्यास एक लड़की की संघर्ष से सफलता की कहानी है ।
इस कहानी की नायिका अनन्या एमी एक मध्यम वर्गीय परिवार की रहने वाली लड़की है, जो अपनी एक सहेली जैसिका के साथ दिल्ली के छोटे से अपार्टमेंट में रहती है , जो आधुनिक माहौल में स्वंय को बेहद असहज महसूस करती है। क्योंकि वह एक पारंपरिक लड़की है, वह नशा करने की आदि नहीं है, वह क्लब जाना पसंद नहीं करती और छोटे पोशाक पहनना उसकी आदत में लेशमात्र भी शामिल नहीं है । इसलिए वह दिल्ली की आधुनिक युवतियों के मध्य स्वंय को सहज नहीं पाती । अनन्या एमी ड्रिसिक्यूफू नामक बीमारी से पीड़ित है या यूं कहें कि उसके पास एक प्रकार की चमत्कारिक शक्ति है जिसके अनुसार वह अपने भविष्य से संबंधित घटनाओं को अक्सर अपने स्वप्न में पूर्व ही देख लेती है और हर स्वप्न का जिक्र अपनी डायरी में लिखती है किंतु उसे यह सब बातें याद नहीं रहती ।
अनन्या को एक बेहद शक्तिशाली, प्रसिद्ध व आकर्षक बिजनेसमैन से आकर्षण हो जाता है जिसे वह अपने स्वप्न में देखती है । जिम्मी जो इस कहानी का नायक है वह एक सफल व प्रसिद्ध उद्यमी का बेटा है जो स्वंय भी देश का सबसे सफल उद्यमी की सूची में क्रमबद्ध है । वह अपने दोस्त के क्लब समारोह में दिल्ली आता है । संयोगवश जिम्मी का मित्र अनन्या का सहपाठी भी है इसलिए अनन्या भी उस समारोह में जाती है और जिम्मी व अनन्या की यहां पहली भेंट होती है जिसके पश्चात दोनों के मध्य परस्पर प्रेम गहराता है। इस कहानी में महिला व पुरुष में असामनता पर भी प्रश्न उठाया गया है , इस उपन्यास की नायिका इस बात पर गौर करती है कि यह पुरुष प्रधान देश है इसलिए यहां प्रसिद्ध लेखक चेतन भगत एक पुरुष है , कोई महिला लेखक चेतन भगत नहीं है ?
इसमें समाज में व्याप्त दहेज जैसी कुरीतियों को भी दृष्टिकोण किया गया है । अनन्या एमी जिसका सपना है एक प्रसिद्ध व शक्तिशाली युवती बनना , जब वह प्रेमपाश में भटकने लगती है तब एक समय ऐसा आता है कि वह अपने सपनों को व अपने अस्तित्व को स्थायित्व देने के लिए जिम्मी से दूर अपने शहर का रुख करती है और कठिन परिश्रम व अनंत संघर्षों का सामना करते हुए एक विश्व प्रसिद्ध लेखिका व अमीर युवती बनकर उभरती है । अंतत: जिम्मी व अनन्या के मिलन के साथ कहानी का सुखद अंत होता है ।
उपन्यास – क्रेज ऑफ जिम्मी
प्रकाशन – पेन पॉकेट बुक्स
मूल्य- 240 रुपए