AIN NEWS 1: स्टोरीटेलर और कवियत्री लवली शर्मा ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में इंटरनेट पर अश्लील सामग्री के बदलाव पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पहले जहां पॉर्न के लिए विशेष वेबसाइट्स होती थीं, वहीं आजकल इस सामग्री का फॉर्मेट 30 सेकंड की रील्स में बदल गया है।
लवली शर्मा के अनुसार, इंटरनेट पर अश्लील सामग्री का उत्पादन और वितरण अब बहुत आसान हो गया है। पहले, पॉर्न साइट्स को चलाने और प्रबंधित करने के लिए विशेष तकनीकी और वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होती थी। लेकिन अब, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और छोटे वीडियो रील्स ने इस परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है।
उन्होंने इस बदलाव की व्याख्या करते हुए कहा, “पहले पॉर्न के लिए एक विशेष वेबसाइट होती थी, जिसमें पूरी तरह से विकसित सामग्री और अनुभव होता था। आजकल, पॉर्न का स्वरूप पूरी तरह से बदल चुका है। अब यह 30 सेकंड की छोटी-छोटी रील्स में समेटा जा रहा है। यह फॉर्मेट बहुत ही आसान और त्वरित हो गया है, जो कि पहले के लंबे वीडियो के मुकाबले कहीं अधिक लोकप्रिय है।”
लवली शर्मा ने यह भी बताया कि इस नए फॉर्मेट की लोकप्रियता का कारण इसकी सरलता और सीधी पहुंच है। “सिंपल सा फंडा यही है कि कपड़े उतारने की प्रक्रिया अब और भी आसान हो गई है। अब करोड़ों रुपए कमाने के लिए ज्यादा मेहनत की भी जरूरत नहीं पड़ती,” उन्होंने कहा।
उनके अनुसार, इस नए फॉर्मेट ने इंटरनेट पर अश्लील सामग्री को अधिक व्यावसायिक और सुलभ बना दिया है। “फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 30 सेकंड की रील्स बनाना और देखना अब बहुत आम हो गया है। यह सब इतने त्वरित और आसान तरीके से हो रहा है कि अब ज्यादा संसाधनों की जरूरत नहीं पड़ती।”
लवली शर्मा के इस दृष्टिकोण से यह स्पष्ट होता है कि इंटरनेट पर अश्लील सामग्री का स्वरूप और वितरण के तरीके में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने इस बदलाव के सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभावों पर भी ध्यान आकर्षित किया और इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा बताया।
इस प्रकार, पॉर्न इंडस्ट्री का स्वरूप अब पूरी तरह से बदल चुका है। पहले जहां इस उद्योग को चलाने के लिए विशेष वेबसाइट्स और जटिल तकनीकी साधनों की आवश्यकता होती थी, वहीं अब छोटे वीडियो रील्स ने इसे और भी अधिक सहज और व्यावसायिक बना दिया है।