AIN NEWS 1: बता दें फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद कॉरिडोर को जोड़ने की योजना अब तैयार कर ली गई है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से ही किया जा रहा है। एफएनजी कॉरिडोर को एक्सप्रेसवे से जोड़े जाने से लोगों के देहरादून तक जाने में अधिक परेशानी का सामना बिलकुल नहीं करना होगा। गाजियाबाद में सड़क परिवहन, राजमार्ग और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह ने इसकी घोषणा की और वे लखनऊ में फरवरी माह में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले संभावित निवेशकों के साथ एक बैठक में इस संबंध में अपनी बात भी रखी।रिटायर्ड जनरल वीके सिंह ने कहा कि हमें खुशी है कि निवेशकों ने विभिन्न क्षेत्रों में 92,971 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया है। 2777 प्रस्ताव तो केवल गाजियाबाद के लिए आए हैं। इससे जिले में 4.7 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद जगी है। गाजियाबाद सांसद ने कहा कि निवेशक अच्छी कनेक्टिविटी वाले शहर को पसंद करते हैं। सांसद ने कहा कि सरकार यूपी के दो सबसे बड़े औद्योगिक शहरों कानपुर और गाजियाबाद को जोड़ने के लिए पहले से ही एक गलियारा बना रही है। उन्होंने यह भी सहमति जताई कि दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे और रैपिड रेल कॉरिडोर के परिचालन जल्द ही शुरू करने की तैयारी है। प्राथमिकता के स्तर पर इसका निर्माण कराए जाने की भी पूरी तैयारी है। इससे गाजियाबाद शहर को व्यापार के हब के रूप में विकसित करने की एक बड़ी योजना है ।
जाने कनेक्टिविटी पर सबसे अधिक जोर
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि सरकार का सबसे अधिक जोर कनेक्टिविटी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने पर है। इसके लिए सड़कों के निर्माण की योजना को पूरी प्राथमिकता के स्तर पर कराया जा रहा है। कनेक्टिविटी को ही एक प्रकार से गेम चेंजर के रूप में माना जा रहा है। डीएमई, आरआरटीएस और अन्य एक्सप्रेसवे को कनेक्टिविटी के बड़े माध्यम बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों के लिए कभी भी इस बड़े स्तर पर काम पहले नहीं किया गया था। अब फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद कॉरिडोर को अब दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है। जाने गाजियाबाद-कानपुर फ्रेट कॉरिडोर पर भी काम चल रहा है। इस प्रकार की स्थिति पहले कभी नहीं थी।
जाने ऐसा होगा एफएनजी कॉरिडोर
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता आरके गुप्ता ने कहा कि एफएनजी परियोजना अभी भी प्रारंभिक अवस्था में है। योजना के अनुसार, एफएनजी कनेक्टर छजारसी के पास एनएच-9 से ही शुरू होगा। सिद्धार्थ विहार के माध्यम से करहेरा रोटरी तक पहुंचेगा। इस योजना पर एक साथ कई अहम काम चल रहा है। इससे शहरीकरण को बहुत ज्यादा रफ्तार मिलेगी। इससे संबंधित इलाके एनपीआर में शामिल हो जाएंगे। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़ने वाले इलाकों तक भी पहुंच को बढ़ाया जर रहा है।
जाने रियल एस्टेट सेक्टर में भी आए निवेश प्रस्ताव
निवेश प्रस्तावों पर बुधवार की बैठक में विशेष रूप से चर्चा की गई। इसमें रियल एस्टेट सेक्टर की भी सहभागिता रही। 47 रियल एस्टेट सेक्टर के प्रस्ताव इस बैठक में आए। इस सेक्टर में कुल 18,473 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं। बैठक में इन्वेस्टर्स ने माना कि शहर में कनेक्टिविटी को बढ़ने के कारण उन्होंने निवेश की भी इच्छा जताई है। एग्मा लॉक्स के ओनर वीएम कपूर ने कहा कि हमने मोदीनगर में एक उद्योग स्थापित करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। हम इस शहर में कनेक्टिविटी में विकास को देख रहे हैं। रैपिड रेल का संचालन शुरू होने के बाद सामग्री और कार्यबल की आवाजाही में भी काफ़ी ज्यादा सुधार होना तय है। केंद्रीय मंत्री ने शहर में फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा उपकरण निर्माताओं का केंद्र बनाने की भी वकालत की।