AIN NEWS 1 अम्बेडकर नगर: बता दें जिलाधिकारी ने बाढ़ पीड़ितों से कहा कि सरकार हर किसी के लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए जोमैटो सेवा तो नहीं चला रही है. ज्ञात हो जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरान करने के दौरान डीएम ने यह बहुत ज्यादा असंवेदनशील बात कही है. और इस घटना का वीडियो भी बन गया जो सोशल मीडिया पर अब काफ़ी वायरल हो रहा है. अधिकारी की टिप्पणी की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई लेकिन राज्य सरकार की ओर से अधिकारी के व्यवहार के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
देखे क्या है वीडियो में
#अम्बेडकरनगर ब्लैक चश्मा लगा के #DM साहब पूरे होश में बोलेते हुए की हम और सरकार #zomato सेवा थोड़ी चला रही कि घर घर खाना पहुंचाएंगे
अरे साहब मदद करके अहसान ना लादे अपनी जेब से नही दे रहे आप
आज बाढ़ राहत केंद्रों के दौरे पर थे साहब
#YogiAdityanath @CMOfficeUP @manishsNBT pic.twitter.com/i4ARZ4xXMW— Aviral singh (@aviralsingh7777) October 13, 2022
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में जिलाधिकारी सैमुअल पॉल ने बाढ़ ग्रसित क्षेत्र से आए राहत शिविर में ठहरे लोगों से बात करते हुए कहा, “यहां रहने की व्यवस्था है. हम आपको क्लोरीन की गोलियां देंगे. अगर आप किसी भी समस्या का सामना कर रहे हैं, डॉक्टर आएंगे और आपको यहां देखेंगे. बाढ़ राहत शिविर का यही उद्देश्य होता है.”
कहा, घर पर खाना नहीं भेज सकते
साथ ही उन्हें यह भी कहते हुए देखा जा सकता है कि अगर आप घर पर रह रहे हैं तो हम आपको खाना वहा नहीं भेज सकते. सरकार कोई जोमैटो सेवा नहीं चला रही है.
जिलाधिकारी सैमुअल पॉल ने लोगों से यह भी कहा कि, “500 मीटर या एक किलोमीटर के दायरे में बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां शौचालय की सुविधा, पेयजल, चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर और अन्य हर प्रकार की आवश्यक व्यवस्था की गई है.” उन्होंने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचने का अनुरोध भी किया. इसके अलावा वहां पर राहत किट भी बांटी जा रही हैं. आपको बता दें कि इससे पहले बिहार की एक अधिकारी महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने एक छात्रा से असंवेदनशील बातें कही थीं. हरजौत कौर से जब छात्रा ने कहा कि सरकार को बच्चियों को सैनेटरी पैड मुहैया करानी चाहिए तो हरजोत कौर बोलीं कि सरकार 20 से 30 रुपये में सैनिटरी पैड मुहैया कराएगी. फिर आप जींस, पैंट और फिर खूबसूरत जूते मांगते हैं. “जब परिवार नियोजन की बात कहा आती है, तो क्या सरकार आपको कंडोम (निरोध) देगी.