AIN NEWS 1 | उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने लोगों को चौंका दिया। मंडावर थाना क्षेत्र के ग्राम सीमला कला में रहने वाले चांदवीर उर्फ चांद पर उनकी पत्नी ने ब्लेड से हमला कर दिया। इस हमले में पीड़ित के प्राइवेट पार्ट को निशाना बनाया गया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं और सात टांके लगे।
मामले की जानकारी के अनुसार, चांदवीर की शादी इसी साल 29 अप्रैल 2025 को अलीपुरा जट थाना कोतवाली देहात क्षेत्र की एक महिला से हुई थी। शादी को अभी चार महीने भी पूरे नहीं हुए थे कि पति-पत्नी के बीच झगड़े और मतभेद शुरू हो गए।
पीड़ित ने बताया कि विवाह के बाद से ही पत्नी का व्यवहार उसके साथ ठीक नहीं था। अक्सर वह अजनबियों से फोन पर बातचीत करती और जब पति ने आपत्ति जताई तो वह आक्रामक हो जाती। चांदवीर का कहना है कि उसे शुरू से ही संदेह था कि पत्नी वैवाहिक जीवन को गंभीरता से नहीं लेती।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद चांदवीर ने मंडावर थाने में तहरीर दी। पुलिस ने पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल महिला को हिरासत में लिया गया है और पुलिस उसके व्यवहार और घटना के कारणों की पड़ताल कर रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस प्रकार के घरेलू विवाद अक्सर भावनात्मक तनाव, पारिवारिक दबाव और संचार की कमी के कारण होते हैं। ऐसे मामलों में त्वरित कानूनी कार्रवाई और परिवार की मध्यस्थता भी महत्वपूर्ण होती है।
विशेषज्ञों की राय
साइकोलॉजिस्ट डॉ. रीना गुप्ता का कहना है:
“शादी के शुरुआती महीनों में पति-पत्नी के बीच मतभेद होना आम बात है। लेकिन जब ये मतभेद हिंसा में बदल जाए, तो यह गंभीर समस्या बन जाती है। घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए दोनों पक्षों को संवाद और समझौते की आवश्यकता होती है।”
सोशल वर्कर अमित त्रिपाठी का सुझाव:
“यदि किसी रिश्ते में असुरक्षा या गलतफहमी है तो समय रहते परिवार या काउंसलर से मदद लेनी चाहिए। हिंसा कभी भी समाधान नहीं है। कानूनी विकल्प हमेशा मौजूद हैं।”
घरेलू हिंसा से बचाव और सावधानियाँ
1️⃣ संवाद बनाए रखें – पति-पत्नी को छोटे मतभेदों को खुलकर और शांतिपूर्वक हल करना चाहिए।
2️⃣ परिवार या काउंसलर की मदद लें – किसी भी गम्भीर विवाद में तटस्थ व्यक्ति की सलाह लाभकारी हो सकती है।
3️⃣ सुरक्षित स्थान पर रहें – यदि कोई खतरा महसूस हो, तो तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं।
4️⃣ कानूनी कार्रवाई – घरेलू हिंसा की घटनाओं में पुलिस और कोर्ट की मदद लेना उचित होता है।
5️⃣ भावनात्मक नियंत्रण – गुस्सा और तनाव पर नियंत्रण रखना रिश्तों को सुरक्षित रखने में मदद करता है।
बिजनौर में यह मामला घरेलू हिंसा की गंभीरता को दर्शाता है। छोटे मतभेद अगर समय रहते नहीं सुलझाए जाएं, तो ये हिंसा का रूप ले सकते हैं। ऐसे मामलों में संवाद, कानूनी उपाय और परिवार या पेशेवर सलाह लेने से सुरक्षा और रिश्तों की रक्षा की जा सकती है।
यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी है बल्कि पूरे समाज को याद दिलाती है कि घरेलू विवादों में हिंसा कभी समाधान नहीं होती।