Ainnews1.com:- एक बड़ी खबर वेब सिटी के बारे मे, प्रशासन और घर खरीदारों का करोड़ों रुपए बिल्डर पर बकाया है। इसी मुद्दे पर बिल्डर ने सारे बकाए की जानकारी नोएडा प्राधिकरण से मांगी है। जानकारी के अनुसार, इस परियोजना पर लीज रेंट और ब्याज का करीब 90 करोड़ रुपये बिल्डर पर बकाया हैं। शासन की तरफ से बकाया वसूलने के लिए पहले ही RC जारी की जा चुकी है।निवेशकों को रजिस्ट्री की उम्मीद
नोएडा प्राधिकरण से है। अधिकारियों का यह मानना है कि बिल्डर पैसा जमा कर सकता है। इससे फ्लैट, ऑफिस और दुकान खरीदने वाले दो हजार निवेशकों को रजिस्ट्री की उम्मीद है। लेकिन परियोजना पर बकाया होने के कारण प्राधिकरण ने रजिस्ट्री पर अभी रोक लगा दी है। यहां लगभग 10 साल से 15 हजार से ज्यादा खरीदार फ्लैट-दुकान पाने से लेकर रजिस्ट्री के इंतजार मे हैं।90 करोड़ रुपये प्राधिकरण के बकाया है। दि गई जानकारी के मुताबिक, बकाया नहीं देने के कारण इस परियोजना में करीब एक लाख वर्ग मीटर जमीन का आवंटन नोएडा प्राधिकरण निरस्त कर चुका है। इस मामले में बिल्डर NCLT हार चुका है। इसके अलावा करीब 56 हजार वर्ग मीटर जमीन अभी भी बिल्डर के पास है। यहां पर अमोर और अन्य टावर में फ्लैट, दुकान आदि बने हैं। इस जमीन पर ब्याज सहित लीज रेंट करीब 90 करोड़ रुपये प्राधिकरण के बकाया है। बिल्डर ने जल्द पैसा जमा करने का वादा किया हैं।
और पिछले सप्ताह ही बकाया की जानकारी बिल्डर से मांगी गई है। जो उन्हें मुहैया करा दी गई है। बिल्डर ने जल्द पैसा जमा करने का आश्वासन दिया है। अगर बिल्डर पैसा जमा कर देता है तो संबंधित 56 हजार वर्ग मीटर में बने फ्लैटों-दुकानों की रजिस्ट्री की अनुमति दे दी जाएगी।