AIN NEWS 1: गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के पहले आधिकारिक दौरे के दौरान एक अजीब और असहज स्थिति देखने को मिली। एनएच-09 पर आयोजित भव्य स्वागत समारोह उस समय चर्चा का विषय बन गया, जब कार्यक्रम के बीच एक भाजपा पदाधिकारी की जेब से 50 हजार रुपये की नकद गड्डी गायब हो गई। देखते ही देखते यह मामला कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं और आयोजकों के लिए परेशानी का कारण बन गया।
🔹 स्वागत समारोह में अचानक मचा हड़कंप
जानकारी के मुताबिक, यह घटना उस समय हुई जब बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत के लिए एकत्र हुए थे। भीड़ काफी ज्यादा थी और मंच के आसपास लगातार आवाजाही बनी हुई थी। इसी दौरान भाजपा पदाधिकारी माधव कुमार को अहसास हुआ कि उनकी जेब में रखी 50 हजार रुपये की नकदी गायब है।
पहले तो इसे सामान्य भूल समझा गया, लेकिन जब काफी देर तक पैसे नहीं मिले तो मामला गंभीर होता चला गया। आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई।
🔹 मंच से की गई भावुक अपील
स्थिति बिगड़ने से पहले आयोजकों ने एक अनोखा और मानवीय तरीका अपनाया। मंच से माइक पर घोषणा कराई गई कि अगर किसी कार्यकर्ता या व्यक्ति को यह 50 हजार रुपये मिले हों, तो वह “बड़ा दिल” दिखाते हुए पैसे वापस कर दे।
घोषणा के शब्द बेहद भावुक थे। कहा गया कि यह रकम किसी की निजी जरूरत की थी और गलती से किसी के हाथ लग गई होगी। अपील में यह भी जोड़ा गया कि पैसे लौटाने वाले का नाम सार्वजनिक नहीं किया जाएगा और न ही उससे कोई सवाल किया जाएगा।
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🔹 राजनीतिक कार्यक्रम में नैतिकता की परीक्षा
इस घटना ने कार्यक्रम में मौजूद कई लोगों को असहज कर दिया। आमतौर पर राजनीतिक आयोजनों में अनुशासन और भरोसे की बात की जाती है, लेकिन इस तरह की घटना ने कार्यकर्ताओं के बीच भी सवाल खड़े कर दिए।
हालांकि मंच से की गई अपील किसी को अपमानित करने के लिए नहीं थी, बल्कि यह भरोसे और संगठनात्मक संस्कारों को बनाए रखने की कोशिश के तौर पर देखी गई।
🔹 पुलिस को नहीं दी गई तत्काल सूचना
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में तुरंत पुलिस को सूचना नहीं दी गई। आयोजक इसे आपसी स्तर पर सुलझाने की कोशिश करते रहे। कार्यक्रम की गरिमा और प्रदेश अध्यक्ष के पहले दौरे को देखते हुए किसी तरह की कानूनी कार्रवाई से बचने का प्रयास किया गया।
हालांकि बाद में यह चर्चा जरूर होती रही कि अगर पैसे वापस नहीं मिलते हैं तो आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।
🔹 प्रदेश अध्यक्ष का कार्यक्रम रहा प्रभावित
हालांकि प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के कार्यक्रम की औपचारिक गतिविधियां तय कार्यक्रम के अनुसार चलती रहीं, लेकिन मंच के पीछे और आयोजन समिति में इस घटना को लेकर तनाव का माहौल बना रहा।
कार्यक्रम के बाद भी कार्यकर्ताओं के बीच इस बात की चर्चा होती रही कि आखिर इतनी भीड़ में पैसे कैसे गायब हो गए और क्या वे वापस मिल पाएंगे या नहीं।
🔹 संगठन की छवि पर भी उठा सवाल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसी घटनाएं भले ही छोटी लगें, लेकिन इससे संगठन की छवि पर असर पड़ता है। खासतौर पर तब, जब कार्यक्रम शीर्ष नेतृत्व से जुड़ा हो।
हालांकि मंच से की गई अपील को कई लोगों ने सकारात्मक और मानवीय कदम बताया। उनका कहना था कि संगठन ने कानून की बजाय भरोसे और नैतिकता का रास्ता चुना, जो सराहनीय है।
🔹 क्या पैसे लौटे? बना हुआ है सस्पेंस
खबर लिखे जाने तक यह साफ नहीं हो पाया था कि 50 हजार रुपये की गड्डी वापस मिली या नहीं। आयोजन से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि अंदरूनी स्तर पर प्रयास जारी हैं।
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बड़े आयोजनों में सुरक्षा, व्यवस्था और व्यक्तिगत सावधानी कितनी जरूरी है।
During the first visit of Uttar Pradesh BJP State President Pankaj Chaudhary to Ghaziabad, a controversial incident occurred at a welcome event on NH-09 when a bundle of ₹50,000 went missing from a BJP functionary. The incident led to chaos among BJP workers, after which an emotional appeal was made from the stage requesting the person who found the money to return it. The incident has sparked discussions about security and discipline at political events in Ghaziabad.






