RBI की मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक
गुरुवार को होगा रेपो रेट पर एलान
कम महंगाई ने RBI का काम किया आसान
AIN NEWS 1: मंगलवार से RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी यानी MPC की बैठक शुरु हो गई है। इस बैठक में 3 दिनों तक 6 सदस्यीय समिति देश के आर्थिक हालात, महंगाई समेत वित्त से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा करेगी। इसके बाद गुरुवार को MPC के फैसलों की जानकारी RBI गवर्नर देंगे जिसमें रेपो रेट पर होने वाला एलान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होगा। आखिर इस पॉलिसी के बाद EMI पर क्या असर होगा इसके बारे में SBI की रिपोर्ट में विस्तार से जानकारी दी गई है। SBI के मुताबिक 8 जून को RBI 2023-24 के लिए विकास दर के अनुमान को साढ़े 6 फीसदी से बढ़ाने का एलान कर सकता है।
RBI की मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक
इसके साथ ही महंगाई के अनुमान को 5.2 फीसदी से घटाया जा सकता है। विकास दर में और बढ़ोतरी का अनुमान इसलिए संभव हैं क्योंकि अप्रैल-मई में अलग अलग आर्थिक सूचकांकों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इसके आधार पर SBI ने अप्रैल-जून में 7.3 से 8.1 फीसदी की विकास दर का अनुमान लगाया है। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि अप्रैल-मई में मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में जबरदस्त मजबूती के चलते विकास दर के अनुमान में बढ़ोतरी मुमकिन है। अगर मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में आई तेजी को देखें तो एसएंडपी के सर्वे के मुताबिक मई में देश का मैन्यूफैक्चरिंग PMI 31 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं मई का सर्विस पीएमआई 61.2 के साथ पिछले 13 बरसों का दूसरा उच्चतम स्तर है।
गुरुवार को होगा रेपो रेट पर एलान
एक्सपर्ट्स के मुताबिक मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के साथ खरीफ की फसल बेहतर रहने से कृषि सेक्टर में भी तेजी रहने का अनुमान है। हाल ही में जिस तरह के नतीजे कृषि सेक्टर की कंपनियों ने पेश किए हैं उससे भी ये उम्मीद बढ़ी है। हालांकि अल-नीनो के साए में मानसून की चाल पर ही कृषि सेक्टर की आगे की स्पीड निर्भर करेगी। इसके साथ ही SBI ने महंगाई दर को लेकर बड़ा राहत भरा अनुमान पेश किया है। SBI के मुताबिक अक्टूबर तक रिटेल महंगाई दर 5 फीसदी से नीचे रह सकती है। अप्रैल में रिटेल महंगाई दर 4.77 फीसदी थी।
कम महंगाई ने RBI का काम किया आसान
SBI की रिपोर्ट के मुताबिक देश में निजी और घरेलू बचत में भी बढ़ोतरी हो रही है। ग्रामीण इलाके की मांग में मिलाजुला असर दिख रहा है तो शहरी मांग में बढ़ोतरी हो रही है। इस सबके मद्देनजर उम्मीद है कि 2023-24 में देश की तरक्की की रफ्तार अनुमान से तेज रहेगी।