चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि उनका अनुभव विपक्ष को एकजुट करने में काम आ सकता है। यही नहीं, गहलोत ने प्रशांत किशोर को देश का ब्रांड भी बताया।
बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से अगले लोकसभा चुनाव और कांग्रेस में नई जान फूंकने के लिए पेश की गई रणनीति पर पार्टी के भीतर गहन मंथन का दौर जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को एक बार फिर से पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने किशोर के साथ चर्चा की थी।
वहीं बुधवार दोपहर दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रशांत किशोर देश में एक ब्रांड बन गए हैं, 2014 में वह नरेंद्र मोदी के साथ थे, फिर नीतीश कुमार के साथ और पंजाब में कांग्रेस के साथ व कई अन्य लोगों के साथ भी रहे हैं। हम विशेषज्ञों और एजेंसियों से भी सलाह लेते हैं। इसलिए उनका अनुभव विपक्ष को एकजुट करने में काम आ सकता है।”
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इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए अशोक गहलोत ने कहा, “देश में जिस तरह से हिंसा हो रही है उससे देश किस दिशा में जाएगा, ये सबको पता चल गया है। देश में खतरनाक पॉलिसी चल रही है, देशवासियों को समझना पड़ेगा। हमेशा सत्ता पक्ष का काम हिंसा रोकना होता है, लेकिन यहां उल्टी गंगा बह रही है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर प्रशांत किशोर के साथ मंगलवार को हुई इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी और कुछ अन्य नेता मौजूद थे। इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान भी किशोर के विषय पर चर्चा हुई।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का यह समूह किशोर की रणनीति को लेकर चर्चा करेगा और कुछ दिनों के भीतर सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। पिछले चार दिनों के भीतर प्रशांत किशोर तीसरी बार सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे। उन्होंने सोमवार को भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।