AIN NEWS 1: बता दें गाजियाबाद में एक नवंबर को 12वीं मंजिल से गिरकर बीटेक छात्रा साक्षी की मौत के मामले में एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। पता चला है कि कोई व्यक्ति उसको लगातार ब्लैकमेल कर रहा था। अब तक वह उससे करीब पौने दो लाख रुपए भी वसूल चुका था। ये ब्लैकमेल करने वाला आखिर था कौन , क्यों ब्लैकमेल कर रहा था, इस बारे में अभी कोई पुख़्ता जानकारी हासिल नहीं हुई है। फिलहाल साक्षी के पिता ने खुदकुशी के लिए उकसाने का एक मुकदमा थाना विजयनगर में ही दर्ज कराया है।
दो युवक एक ही लड़की से करते थे प्यार। दोनों आपस में ममेरे-फुफेरे भाई भी है फिर भी लड़की को पाने के लिए की अपने ही भाई को किया अगवा? https://t.co/vz1emvPpc0
— 𝐀𝐈𝐍 𝐍𝐄𝐖𝐒 𝟏 (@ainnews1_) November 10, 2022
आप पहले पूरा घटनाक्रम समझिए… गाजियाबाद् की गौर ग्लोबल विलेज सोसाइटी में एक नवंबर को साक्षी की 12वीं मंजिल से गिरकर मौत हुई थी।
विजयनगर थाना क्षेत्र के क्रॉसिंग रिपब्लिक एरिया में गौर ग्लोबल विलेज की यह हाउसिंग सोसाइटी है। यहां 12वीं मंजिल पर बैंक एंप्लॉय राजू केलपिया अपने परिवार सहित रहते हैं। एक नवंबर की शाम करीब 4 बजे राजू की बेटी साक्षी (20 साल) की 12वीं मंजिल से गिरकर दर्दनाक मौत हो गई। घटना के वक्त साक्षी के माता-पिता घर पर ही सो रहे थे। भाई-बहन लैपटॉप पर अपना ऑफिस वर्क कर रहे थे। और पुलिस ,परिजन अभी इस जांच में जुटे हुए थे कि ये हादसा है या आत्महत्या। वैसे बता दे साक्षी गाजियाबाद के प्रतिष्ठित ABES आईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक सेकंड ईयर की छात्रा थी।
अब समझे मोबाइल के मैसेज बॉक्स ने कैसे खोली कहानी
साक्षी के पिता राजू केलपिया ने बताया कि इस हादसे से कई दिन बाद उन्होंने अपना मोबाइल देखा तो उनके खाते से कुछ रकम निकलने के मैसेज पड़े हुए थे। इधर, साक्षी के सहपाठी घर पर शोक सांत्वना प्रकट करने के लिए आए हुए थे। सहपाठियों ने भी ये बताया कि साक्षी ने 31 अक्टूबर और एक नवंबर को UPI के जरिए कुछ छात्रों से भी रुपए मांगे थे। सहपाठियों के इस बयान के बाद साक्षी का परिवार उसके बैंक पहुंचा। और साक्षी और राजू केलपिया के बैंक खाते की डिटेल्स निकलवाई गई। पता चला कि दोनों खातों से पिछले कुछ दिनों में कुल 1 लाख 75 हजार रुपए निकाले गए हैं।
इस पर पिता बोले- मोबाइल की हो फोरेंसिक जांच
साक्षी के पिता राजू केलपिया का कहना है कि कोई उनकी बेटी को लगातार प्रताड़ित और ब्लैकमेल कर रहा था। इस वजह से वो उसको लगातार रुपए भी दे रही थी। इस हादसे में कोई बहुत गहरी साजिश है। हालाकि साक्षी का मोबाइल पुलिस के पास है। पुलिस को उसकी फोरेंसिक लैब से जांच करानी चाहिए और केस का वर्कआउट करके दोषी को सख्त सजा देनी चाहिए।
सीओ अंशु जैन का कहना है कि हम सभी बिंदुओं पर अभी अपनी छानबीन कर रहे हैं। उसी आधार पर केस मे आगे की कार्रवाई की जाएगी। केस को रजिस्टर किया गया है। मोबाइल डिटेल और बैंक खातों की जांच हाे रही है। एक पुलिस टीम लड़की के दोस्तों से भी अभी पूछताछ करेगी।