भारत के शहरों की हवा: 26 दिसंबर 2025 की सुबह कैसी थी वायु गुणवत्ता?

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AIN NEWS 1: भारत के अलग–अलग शहरों में हम जिस हवा में सांस ले रहे हैं, उसकी हालत लगातार चिंता का विषय बनती जा रही है। 26 दिसंबर 2025 की सुबह 9 बजे तक जारी किए गए वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आंकड़े यही बताते हैं कि देश के कई बड़े शहरों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक सीमा तक पहुंच चुका है, जबकि कुछ शहर अभी भी अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में हैं। यह डेटा ओपनवेदरमैप (OpenWeatherMap) से लिया गया है।

यह रिपोर्ट न केवल आंकड़े बताती है, बल्कि यह भी समझाने की कोशिश करती है कि ये नंबर आम लोगों की सेहत के लिए क्या मायने रखते हैं।

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वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) क्या होता है?

AQI यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स हवा में मौजूद प्रदूषक तत्वों के आधार पर तय किया जाता है। यह जितना ज्यादा होता है, हवा उतनी ही ज्यादा जहरीली मानी जाती है।

AQI की श्रेणियां इस प्रकार हैं:

अच्छी (0–50): हवा साफ, स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित

संतोषजनक (51–100): हल्का असर, संवेदनशील लोगों को सावधानी

माध्यम (101–200): सांस की समस्या वाले लोगों को दिक्कत

खराब (201–300): सभी के लिए हानिकारक

बहुत खराब (301–400): गंभीर स्वास्थ्य जोखिम

गंभीर (401 से अधिक): आपात स्थिति जैसी हालात

26 दिसंबर 2025: प्रमुख शहरों का AQI हाल

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🏙️ उत्तर भारत और एनसीआर की स्थिति

उत्तर भारत खासकर एनसीआर क्षेत्र में हवा की हालत बेहद खराब बनी हुई है।

दिल्ली (नरेला): AQI 513

दिल्ली की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच चुकी है। यह स्तर सीधे फेफड़ों, आंखों और दिल पर असर डाल सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए बाहर निकलना बेहद खतरनाक है।

लखनऊ (सेंट्रल स्कूल): AQI 675

लखनऊ की स्थिति सबसे चिंताजनक नजर आई। AQI 600 के पार जाना बताता है कि हवा लगभग सांस लेने लायक नहीं बची है।

नोएडा (सेक्टर-125): AQI 446

नोएडा भी गंभीर प्रदूषण की चपेट में है। सुबह की सैर या खुले में व्यायाम से बचना जरूरी हो गया है।

गुरुग्राम (विकास सदन): AQI 191

गुरुग्राम में हवा मध्यम श्रेणी में रही, लेकिन यह भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं मानी जा सकती।

चंडीगढ़ (सेक्टर-25): AQI 182

चंडीगढ़ में प्रदूषण मध्यम स्तर पर दर्ज किया गया, जो लंबे समय तक बने रहने पर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।

🌆 पूर्वी भारत की तस्वीर

पटना (मुरादपुर): AQI 156

पटना में हवा मध्यम श्रेणी में रही। सांस के मरीजों को सावधानी बरतने की जरूरत है।

कोलकाता (विक्टोरिया): AQI 190

कोलकाता की हवा भी मध्यम श्रेणी में रही, जहां हल्की धुंध और प्रदूषण महसूस किया गया।

शिलांग (आईएन स्टेडियम): AQI 199

पूर्वोत्तर का यह शहर भी इस बार पूरी तरह साफ हवा से दूर नजर आया।

🌊 पश्चिमी और दक्षिणी भारत की स्थिति

मुंबई (सिद्धार्थ नगर, वर्ली): AQI 179

समुद्र के किनारे होने के बावजूद मुंबई की हवा भी मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई।

हैदराबाद (जू पार्क, बहादुरपुरा वेस्ट): AQI 163

हैदराबाद में प्रदूषण नियंत्रण में तो है, लेकिन पूरी तरह सुरक्षित नहीं कहा जा सकता।

चेन्नई (मनाली): AQI 168

चेन्नई की हवा भी मध्यम श्रेणी में रही।

बेंगलुरु (BTM): AQI 153

बेंगलुरु, जिसे आमतौर पर बेहतर हवा के लिए जाना जाता है, वहां भी प्रदूषण मध्यम स्तर पर रहा।

दीव (Diu):

दीव के लिए विस्तृत AQI आंकड़े उपलब्ध नहीं कराए गए, लेकिन आमतौर पर यहां हवा अपेक्षाकृत साफ मानी जाती है।

देशभर में AQI श्रेणियों का हाल

26 दिसंबर 2025 की सुबह तक देश में AQI श्रेणियों का कुल वितरण इस प्रकार रहा:

अच्छी: 4 स्थान

संतोषजनक: 12 स्थान

माध्यम: 62 स्थान

खराब: 2 स्थान

बहुत खराब: 1 स्थान

गंभीर: 5 स्थान

ये आंकड़े साफ दिखाते हैं कि भारत के ज्यादातर शहर “माध्यम” श्रेणी में फंसे हुए हैं, जबकि कुछ बड़े शहर गंभीर खतरे की सीमा पार कर चुके हैं।

आम लोगों के लिए इसका मतलब क्या है?

अगर AQI 200 के ऊपर है, तो बाहर निकलने से पहले मास्क पहनना जरूरी हो जाता है। बच्चों, बुजुर्गों और सांस या दिल के मरीजों को खास सावधानी बरतनी चाहिए। लंबे समय तक ऐसी हवा में रहना अस्थमा, एलर्जी, फेफड़ों की बीमारी और हृदय संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है।

प्रदूषण से बचाव के लिए क्या करें?

सुबह जल्दी या देर रात बाहर निकलने से बचें

N95 या अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क पहनें

घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें

धूम्रपान से पूरी तरह बचें

ज्यादा पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें

26 दिसंबर 2025 की सुबह के आंकड़े यह साफ संदेश देते हैं कि भारत में हवा की गुणवत्ता अब केवल पर्यावरण का नहीं, बल्कि सीधा स्वास्थ्य का मुद्दा बन चुकी है। खासकर उत्तर भारत और बड़े शहरों में हालात गंभीर होते जा रहे हैं। अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह समस्या और भी भयावह रूप ले सकती है।

The Air Quality Index in Indian cities on 26 December 2025 highlights serious air pollution concerns, especially in Delhi, Lucknow, Noida, and the NCR region where AQI levels reached severe and hazardous categories. Data sourced from OpenWeatherMap shows that while southern cities like Bengaluru, Chennai, and Hyderabad recorded moderate air quality, northern cities continue to struggle with dangerous pollution levels, making air quality monitoring and pollution control measures more critical than ever.

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