भारत के UPI ने दुनियाभर में झंडे गाड़े
3 साल में 3 गुना होगा डिजिटल पेमेंट बाजार
डिजिटल भुगतान बाजार 10 ट्रिलियन डॉलर का होगा
भारत में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजारों में से एक है।
AIN NEWS 1: भारत के UPI ने जिस तरह से दुनिया में झंडे गाड़े हैं उसके बाद तो भारत का डिजिटल भुगतान बाजार तेज छलांग लगाने के लिए तैयार है।
फोनपे और बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक
भारत का डिजिटल भुगतान बाजार 2026 तक 3 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 10 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा। यानी अगले 3 साल में भारत के डिजिटल भुगतान बाजार में तीन गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
भारत के UPI ने दुनियाभर में झंडे गाड़े
2016 में लॉन्च किए गए यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI ही भारत की फिनटेक क्रांति की अगुवाई कर रहा है। 2015 में सरकार ने जमीनी स्तर पर वित्तीय लेनदेन के लिए “फेसलेस, पेपरलेस और कैशलेस” मकसद के लिए डिजिटल इंडिया कार्यक्रम शुरू किया था। UPI एक रीयल-टाइम पेमेंट सिस्टम है जो मोबाइल के जरिए बैंकों के बीच पीयर-टू-पीयर और पर्सन-टू-पर्सन लेनदेन को तुरंत प्रोसेस करती है।
3 साल में 3 गुना होगा डिजिटल पेमेंट बाजार
केवल 6 साल में भारत ने नकद अर्थव्यवस्था से खुद को डिजिटल इकोनॉमी में तब्दील कर दिया है। भारत अब रियल टाइम डिजिटल पेमेंट में दुनिया की अगुवाई करता है। जैसे-जैसे UPI की सफलता बढ़ रही है, वैसे-वैसे दूसरे देशों में भी इसका आकर्षण बढ़ रहा है। बीते महीने ही भारत और सिंगापुर ने UPI और PayNow के बीच क्रॉस-बॉर्डर कनेक्टिविटी लॉन्च की जिससे कम लागत पर तेजी से सीमा पार लेनदेन आसान हो जाएगा। जन-धन, आधार और मोबाइल यानी JAM से भारत में वित्तीय लेन देन को तेजी मिली है।
डिजिटल भुगतान बाजार 10 ट्रिलियन डॉलर का होगा
दिसंबर 2022 में आरबीआई ने पहला पायलट लॉन्च करके डिजिटल रुपये की तरफ आगे कदम बढ़ाया है। इसके अलावा राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन यानी NETC सिस्टम में भी काफी इजाफा देखा गया है टोल कलेक्शन के लिए नेशनल हाईवेज पर देश भर के सभी फोर व्हीलर्स के लिए अब FASTag अनिवार्य हो चुका है। इससे डिजिटल पेमेंट्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। NETC देश भर में कम से कम 429 टोल प्लाजा पर काम कर रहा है और अब तक 3 करोड़ से ज्यादा फास्टैग जारी किए जा चुके हैं।