भारत में सोने की खरीदारी के लेकर एक दिलचस्प ट्रेंड की जानकारी सामने आई है। इंडिया गोल्ड पॉलिसी सेंटर यानी IGPC की सोना और स्वर्ण बाजार-2022 रिपोर्ट के मुताबिक भारत में मध्यम आय वर्ग के लोग सबसे ज्यादा सोना खरीदते हैं और इसे फिजिकल तौर पर रखना पसंद करते हैं । जबकि उच्च आय वर्ग के लोगों को डिजिटल या ‘पेपर फॉर्मेट’ में सोना रखना पसंद है। रिपोर्ट के मुताबिक वैसे तो प्रति व्यक्ति सोने की खपत अमीरों में सबसे ज्यादा है। लेकिन इसकी कुल मात्रा अभी भी मध्यम आय वर्ग के पास सबसे ज्यादा है रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ज्यादातर खपत 2 से 10 लाख रुपये की सालाना आय सीमा के परिवारों में है जो औसत मात्रा का करीब 56 फीसदी है। इसमें कहा गया है कि सुरक्षित निवेश क वजह से मध्यम वर्ग को आज भी गोल्ड, बैंक FD, जैसे कम जोखिम वाले निवेश विकल्प पसंद हैं। वहीं 10 लाख रुपये से ज्यादा सालाना कमाई वाले उच्च-मध्यम और अमीर वर्ग को स्टॉक मार्केट और रियल एस्टेट ज्यादा रास आते हैं। इस सर्वे के माध्यम से घरेलू सोने की खपत रिपोर्ट तैयार की गई थी जिसमें 40 हज़ार घरों की राय ली गई थी। रिपोर्ट में एक और मजेदार जानकारी सामने आई है। इसमें दावा किया गया है कि नोटबंदी या जीएसटी के लागू होने से सोने की खपत नहीं घटी है। इसमें कहा गया है कि पिछले पांच साल में कम से कम 74 फीसदी उच्च आय वाले परिवारों ने सोना खरीदा है। रिपोर्ट के मुताबिक सोना उत्सव का प्रतीक है और इसकी खरीदारी में शादियों और त्योहारों का 65 से 70 फीसदी का योगदान है। जबकि 30-35 परसेंट अपनी मर्जी के मुताबिक लोग गोल्ड पर खर्च करते हैं। इसमें कहा गया है कि लगभग 43 फीसदी भारतीय परिवार शादियों के लिए सोना खरीदते हैं जबकि 31 परसेंट बिना किसी खास मौके के ही सोना खरीदते हैं। IGPC के मुताबिक इस सर्वे से ये धारणा कमजोर हुई है कि सोना केवल अमीरों के लिए है। इस सर्वे से पता चला है कि मध्यम आय वाले परिवार मूल्य के साथ-साथ मात्रा में भी सबसे ज्यादा सोना खरीदते हैं।
By:-
पवन चौधरी
न्यूज़ डायरेक्टर