भारत में क्रैश होकर बड़ी तबाही मचा सकता है स्पेस में बेक़ाबू हुआ चीन का रॉकेट, स्पेन ने बंद किए एयरपोर्ट

वैज्ञानिकों का अलर्ट; भारत और अमेरिका में क्रैश होने का खतरा, स्पेन ने एयरपोर्ट बंद किए| चीन की हरकतों से एक बार फिर दुनिया काफ़ी परेशान है।...

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AIN NEWS 1: वैज्ञानिकों का अलर्ट; भारत और अमेरिका में क्रैश होने का खतरा, स्पेन ने एयरपोर्ट बंद किए| चीन की हरकतों से एक बार फिर दुनिया काफ़ी परेशान है। दरअसल, अब चीन का एक रॉकेट बूस्टर स्पेस में आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। वह कभी भी हमारी धरती पर गिर सकता है। यह रॉकेट बहुत तेज गति से धरती की ओर बढ़ रहा है। अभी ये तो तय नहीं है कि यह कब और कहां गिरेगा? लेकिन, स्पेस एक्सपर्ट्स का मानना है कि शुक्रवार या शनिवार तक यह हमारी धरती पर कहीं भी क्रैश कर सकता है।

वैज्ञानिकों ने बताया कि इस चीनी रॉकेट के टुकड़े अमेरिका, भारत, चीन, दक्षिण पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के कुछ हिस्से में ही गिर सकता है। वहीं इस खतरे को देखते हुए स्पेन ने तो अपना एयरपोर्ट बंद कर दिया है। स्पेन का कहना है कि स्पेनिश एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने 23 टन के चीनी रॉकेट के मलबे को अपने देश से ही गुजरते हुए नोटिस किया है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती से लॉन्च किए गए सैटेलाइट और रॉकेट कई बार अंतरिक्ष में अनियंत्रित हो जाते हैं। इनका मलबा धरती पर ही गिरता है।

अगर यह गिरा तो तबाह हो जाएगा क्षेत्र

चीन का रॉकेट लॉन्ग मार्च 5बी का कोर बूस्टर ही है। इसे 31 अक्टूबर को ही लॉन्च किया गया था। इस रॉकेट की मदद से तियांगोंगे स्पेस स्टेशन के लिए एक एक्सपेरिमेंटल लेबोरेटरी मॉड्यूल को स्पेस में भेजा गया था। रिपोर्टर्स के मुताबिक, इसका वजन लगभग 23 टन है, जिसकी ऊंचाई 59 फुट है। अगर यह रॉकेट किसी शहर या क्षेत्र में गिरता है तो बड़े स्तर पर यह जान-माल का नुकसान कर सकता है।

इसपर NASA बोला- चीन की हरकतें गैर-जिम्मेदाराना

अमेरिकी स्पेस रिसर्च एजेंसी (NASA) का कहना है कि चीन के स्पेस अधिकारियों ने इस बड़े खतरे को पैदा किया है। NASA ने पहले भी कई बार चीन की इन हरकतों को काफ़ी गैर-जिम्मेदार बता चुका है।

बता दें 2 साल में चौथी बार हो सकती है घटना

यह 2 साल में यह चौथी बार है, जब किसी चीनी रॉकेट का मलबा धरती पर गिर सकता है। इससे पहले 30-31 जुलाई की रात रॉकेट के कुछ टुकड़े धरती पर गिरे भी थे। 25 टन का ये रॉकेट 24 जुलाई को चीन के अधूरे तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन को पूरा करने के लिए एक मॉड्यूल लेकर निकला था। इसको लेकर भी वैज्ञानिकों ने अपनी चिंता जाहिर की थी। जुलाई से पहले मई 2021 में हिंद महासागर और मई 2020 में आइवरी कोस्ट पर रॉकेट का मलबा गिरा भी था। हालांकि दोनों मामलों में किसी भी तरह की जान-माल का नुकसान तो नहीं हुआ था।

जान ले रॉकेट के मलबे से कितना खतरा

द एयरोस्पेस कॉरपोरेशन के मुताबिक, जो मलबा पृथ्वी के एटमॉस्फियर में नहीं जलता वो आबादी वाले इलाकों में भी गिर सकता है। लेकिन, इस मलबे से किसी को नुकसान पहुंचाने की संभावना तो बहुत ही कम होती है। अमेरिका के ऑर्बिटल डॉबरीज मिटिगेशन स्टैंडर्ड प्रैक्टिसेज की 2019 में जारी हुई एक रिपोर्ट मे बताया , किसी रॉकेट के अनियंत्रित होकर धरती में फिर से प्रवेश करने पर किसी के हताहत होने की संभावना 10 हजार में एक है। धरती पर गिरा चीन के रॉकेट का मलबा:आसमान में तेज रोशनी दिखी, सोशल मीडिया पर लोग बोले- ये उल्कापिंड की बारिश हो रही हो ऐसा लगता है।

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