AIN NEWS 1: महाराष्ट्र में नगरपरिषद और नगर पंचायत चुनावों के नतीजों के बाद जहां एक ओर जीत की खुशी का माहौल था, वहीं पुणे जिले के जेजुरी में यह खुशी एक बड़े हादसे में बदल गई। जेजुरी मंदिर के पास जीत का जश्न मनाते समय अचानक आग लगने से 8 से 9 लोग झुलस गए। इस घटना में कुछ नवनिर्वाचित स्थानीय नगरसेवक भी शामिल हैं, जिन्हें हल्की से गंभीर चोटें आई हैं।

जीत का जश्न और परंपरागत उत्साह
नगर निकाय चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद समर्थक और कार्यकर्ता जेजुरी मंदिर के पास इकट्ठा हुए थे। जेजुरी मंदिर महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है और यहां परंपरागत रूप से हल्दी-कुमकुम उड़ाकर खुशी जताने की परंपरा रही है। चुनावी जीत के बाद इसी परंपरा के तहत समर्थक उत्साह में हल्दी-कुमकुम उड़ा रहे थे।
मंदिर की सीढ़ियों के पास हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंदिर की सीढ़ियों के नजदीक बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इसी दौरान किसी तरह हल्दी-कुमकुम के बीच आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने आसपास खड़े लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। घटना इतनी अचानक हुई कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
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8 से 9 लोग घायल, नगरसेवक भी झुलसे
इस हादसे में करीब 8 से 9 लोग घायल हुए हैं। इनमें कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो हाल ही में नगरपरिषद या नगर पंचायत के लिए चुने गए हैं। आग की चपेट में आने से कई लोगों के हाथ, चेहरा और कपड़े झुलस गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, अधिकांश घायलों की हालत स्थिर है, लेकिन कुछ को विशेष निगरानी में रखा गया है।
मौके पर मची अफरा-तफरी
आग लगते ही मंदिर परिसर और आसपास अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। भीड़ अधिक होने की वजह से राहत कार्य में भी थोड़ी परेशानी आई। स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से आग पर काबू पाया गया और घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
प्रशासन और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड को भी बुलाया गया, हालांकि तब तक आग काफी हद तक बुझ चुकी थी। पुलिस ने इलाके को घेरकर स्थिति को नियंत्रित किया और भीड़ को हटाया गया ताकि राहत और बचाव कार्य में बाधा न आए।
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आग लगने की संभावित वजह
प्राथमिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि हल्दी-कुमकुम उड़ाने के दौरान किसी ज्वलनशील वस्तु या चिंगारी के संपर्क में आने से आग लगी। हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी ताकि असली कारण सामने आ सके। पुलिस यह भी देख रही है कि क्या सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हुआ था।
धार्मिक स्थल पर सुरक्षा को लेकर सवाल
यह घटना एक बार फिर धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक जगहों पर होने वाले जश्न के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। जेजुरी मंदिर जैसे प्रमुख तीर्थ स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग आते हैं। ऐसे में चुनावी जीत या अन्य आयोजनों के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत महसूस की जा रही है।
नेताओं और स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद कई स्थानीय नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने घायलों के प्रति संवेदना जताई है। कुछ नेताओं ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल भी जाना। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि सभी घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
जश्न में सावधानी की जरूरत
यह हादसा इस बात की याद दिलाता है कि जश्न मनाते समय भी सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। चाहे धार्मिक आयोजन हो या राजनीतिक जीत का उत्सव, भीड़ और उत्साह के बीच छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
महाराष्ट्र के नगर निकाय चुनावों में जीत की खुशी जेजुरी में कुछ लोगों के लिए दर्दनाक अनुभव बन गई। हल्दी-कुमकुम जैसी परंपरागत चीज भी अगर सावधानी के बिना इस्तेमाल की जाए, तो खतरा बन सकती है। इस घटना से सबक लेते हुए प्रशासन और आम लोगों दोनों को सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।
A fire incident occurred near Jejuri Temple in Pune district during victory celebrations after the Maharashtra municipal council and nagar panchayat elections. The accident happened when haldi-kumkum was thrown in excitement, leading to injuries among several people, including newly elected local representatives. The Jejuri fire incident highlights the risks associated with unsafe celebration practices during political victories in Maharashtra.



















