Sunday, February 23, 2025

 “महाराष्ट्र में मस्जिदों पर लाउडस्पीकर नहीं होने देंगे: मनसे प्रमुख राज ठाकरे का बयान”?

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AIN NEWS 1: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में धार्मिक मुद्दों पर एक बयान देकर चर्चा का विषय बना दिया है। ठाकरे ने अपने बयान में कहा कि महाराष्ट्र में किसी भी मस्जिद पर लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को नमाज पढ़नी है तो वह अपने स्थान पर पढ़े, और इसे सार्वजनिक स्थलों पर करने से बचे। उनका कहना था कि किसी भी धर्म का प्रचार दूसरों पर थोपने का प्रयास नहीं होना चाहिए।

राज ठाकरे ने जोर देकर कहा कि धर्म एक व्यक्तिगत मामला है और इसे सार्वजनिक स्थानों पर ले जाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा, “अपने धर्म को अपने पास रखो, हमें क्यों सुनाते हो।” ठाकरे के इस बयान से महाराष्ट्र में धार्मिक और राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है।

लाउडस्पीकर का मुद्दा

राज ठाकरे का मुख्य जोर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों को हटाने पर है। उनका कहना है कि ये लाउडस्पीकर ध्वनि प्रदूषण का कारण बनते हैं और इससे लोगों की दिनचर्या पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर का उपयोग अन्य धार्मिक स्थलों पर भी नहीं होना चाहिए, लेकिन मस्जिदों के लाउडस्पीकर के प्रति विशेष तौर पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की।

मनसे प्रमुख का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश के कई हिस्सों में लाउडस्पीकर पर धार्मिक गतिविधियों को लेकर विवाद हो रहा है। ठाकरे ने कहा कि यदि मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लगे रहते हैं तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से इसका विरोध किया जाएगा। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह जल्द से जल्द इस पर एक सख्त नीति बनाए।

धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रतिक्रिया

राज ठाकरे के इस बयान पर विभिन्न संगठनों और धार्मिक नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। कुछ धार्मिक नेताओं ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप बताया और कहा कि सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। दूसरी ओर, कुछ लोगों ने ठाकरे के बयान का समर्थन किया और कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण के मुद्दे को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि वे सार्वजनिक शांति और ध्वनि प्रदूषण को लेकर सख्त कदम उठाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हमारा मकसद किसी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि सभी लोग शांतिपूर्ण माहौल में रह सकें।”

राजनीतिक परिणाम

ठाकरे के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है। कई राजनीतिक दलों ने इस पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए हैं। कुछ दलों ने इसे धार्मिक मुद्दों को भड़काने का प्रयास कहा है, जबकि कुछ ने इसे ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ सही कदम बताया है।

महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर विवाद का यह मुद्दा आने वाले समय में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बन सकता है, और देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।

 

 

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।

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