AIN NEWS 1 मुजफ्फरनगर: मेरठ हाईवे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग में कुछ मुस्लिम कारोबारियों के द्वारा अपना नाम छिपा कर लोगो को धोखे में रखकर हिंदू नाम से ढाबे, चाय के खोके खोले जाने की काफ़ी ज्यादा शिकायतें आ रही थीं, जिस पर अब उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक लखनऊ से उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर ही अब पुलिस-प्रशासन की एक टीम ने एक ही साथ कई ढाबों की पूरी जांच पड़ताल भी शुरू कर उन्हें तत्काल ही नाम बदल कर अपने सही नाम को लिखवाने को कहा है। ऐसे कई सारे ढाबे अभी सील भी किए गए हैं, जिनके पास भी कोई फूड लाइसेंस नहीं थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेरठ हाईवे पर भूरे टी स्टाल ने भी अपना नाम बदलकर अब आन मोहम्मद टी स्टाल रख लिया है। ऐसी ही कई ओर दुकानें भ्रम के नाम से चल रही थीं, जिसकी शिकायत भी स्वामी यशवीर महाराज ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से ही की थी। जिसमे पुलिस ने अपने पड़ताल में पाया कि बहुत से ऐसे ढाबे है जो हिंदू देवी- देवताओं के नाम से और उनके चित्र लगाकर ही चल रहे थे और इनके पास कोई फूड लाइसेंस भी नहीं था, जिन्हें अब पूरी तरह से सीज कर दिया गया है। पुलिस की पड़ताल में पाया गया है कि पंजाबी शुद्ध ढाबे का मालिक भी वसीम था, महाराज ढाबे का असली मालिक सादिक अली है। ऐसे और भी दर्जनों ढाबे और चाय जलपान की बहुत सारी दुकानें हैं जिनपर पुलिस-प्रशासन ने अब अपनी कार्रवाई की है।
दरअसल, जिस भी मार्ग से शिव भक्त कांवड़िए अपनी कावड़ ले कर गुजर रहे हैं, वहां ऐसी ही कई दुकानें देखकर सनातनी युवा भी भ्रम में रहते हैं। जैसा की आप जानते है सैकड़ो शिव भक्त कांवड़ यात्रा के समय में कई सारी मर्यादाओं से भी जुड़े रहते हैं। इसके चलते ही यूपी सरकार ने पूरे कांवड़ मार्ग पर ही मांस, मदिरा की दुकानें भी लगभग बंद करवाई हुई हैं।