Ainnews1.com:- कभी ऐसा समय आ जाता है जब आपके पास फंड की कमी आ जाती है। हम सभी को बैंक अकाउंट में पैसो की जरूरत होती है। लेकिन कभी ऐसा हो जाता है जब आपका बैंक अकाउंट भी एकदम खाली हो। ऐसी स्थिति में हालात थोड़े मुश्किल होते हैं। लेकिन एक ऐसी फैसिलिटी है जिससे आपके बैंक अकाउंट में पैसे ना होने पर भी जब चाहो पैसे निकाल सकते हो। उस फैसिलिटी का नाम है ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी।जो बैंक ओडी की सुविधा प्रदान करते है। यह खाताधारकों को पहले से उपलब्ध फंड के अलावा अपने खातों से पैसे निकालने की अनुमति दे देता है।ओवरड्राफ्ट एक ऐसी सुविधा है जो एक सुरक्षित या असुरक्षित ऋण के माध्यम से धन की व्यवस्था करती है। वित्तीय संस्थान ओवरड्राफ्ट के रूप में असुरक्षित व्यक्तिगत ऋण भी दे सकते हैं। ओवरड्राफ्ट पैसा निकासी सीमा के अंदर आती है। यह सीमा आपकी आय और क्रेडिट क्रेडेंशियल के साथ-साथ बैंक या वित्तीय संस्थान के साथ आपके संबंधों के आधार पर निर्धारित की जाती है। ओवरड्राफ्ट पर ब्याज भी ग्राहक के क्रेडिट स्कोर, भुगतान अवधि आदि निर्भर करता है।ओडी सुविधाएं जमानत के साथ असुरक्षित ऋण प्रदान करती है, जैसे कि आपकी एफडी, जीवन बीमा पॉलिसी, संपत्ति बंधक, प्रतिभूति, सोना आदि के अगेंस्ट आप ओवरड्राफ्ट ले सकते हैं। एफडी के बदले ओडी में पर बैंक आमतौर पर एफडी खाते में दिए जाने वाले ब्याज से अधिक ब्याज लेता है।यदि आपको 10% प्रति वर्ष की दर से 1 लाख रुपये की OD सुविधा मिली है, और आप 10,000 रुपये निकालते हैं और 20 दिनों के बाद खाते में पैसा वापस जमा करते हैं, तो बैंक आपसे 54.8 रुपये का ब्याज वसूल करेगा। यदि आप बकाया राशि जमा करने से चूकते हैं तो ब्याज बढ़ जाता है। बैंक आमतौर पर सुरक्षित ओडी सुविधाओं में प्रीपेमेंट शुल्क नहीं लगाते हैं, भले ही आप पूरी राशि को खाते में वापस कर दें। ओवरड्राफ्ट लेने के लिए आप के खाते में किसी प्रकार का बैलेंस होना जरूरी नहीं है।OD सुविधाएं आमतौर पर आपके बचत/चालू खातों से जुड़ी होती हैं। जब भी आपके खाते में पैसे की कमी हो और आपको पैसो की जरूरत हो तो आप ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी को चुन सकते हैं। इस फैसिलिटी के लिए आपको अपनी क्रेडिट अच्छी रखनी होगी।