यूक्रेन में बीते कुछ दिनों में धीमी हुई जंग एक बार फिर से तेज हो सकती है। एक तरफ रूस ने डोनबास क्षेत्र में हमले तेज कर दिए हैं तो वहीं अमेरिका ने फाइटर प्लेन और एयरक्राफ्ट्स के पार्ट यूक्रेन भेजे हैं। हालांकि अमेरिका की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि उसने यूक्रेन में किस तरह के और कितने एयरक्राफ्ट्स को भेजा गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से यूक्रेन के लिए अब तक 88 मिलियन डॉलर के पैकेज को भी मंजूरी दी गई है। पेंटागन ने कहा कि यूक्रेन के पास बीते दो सप्ताह पहले जितने फाइटर एयरक्राफ्ट थे, उससे कहीं ज्यादा अब हैं। यही नहीं अमेरिका और यूरोप ने यूक्रेन को और मदद भेजने की बात कही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की लगातार अमेरिका, नाटो देशों और यूरोप से वॉरप्लेन्स की मांग करते रहे हैं। उनका कहना है कि रूस ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में अपना फोकस बढ़ाते हुए वहां हमले तेज कर दिए हैं। ऐसे में रूस के हमलों का जवाब देने के लिए यूक्रेन लगातार हथियारों की मांग कर रहा है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बार फिर से कनाडा, जापान और यूरोपियन यूनियन के नेताओं से बात की है। उनका कहना है कि सभी देशों को एक साथ आकर रूस पर दबाव बढ़ाना चाहिए।
मंगलवार को अमेरिका ने कहा कि सैन्य उपकरणों की पहली खेप यूक्रेन की सीमा पर पहुंच गई है। इसके अलावा नाटो सैनिकों की ओर से यूक्रेन के जवानों को अमेरिकी होवित्जर तोपों को चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। बता दें कि रूस की ओर से अमेरिका और अन्य देशों को चेतावनी दी जा चुकी है कि यदि वे बीच में आते हैं तो फिर रूस रुकेगा नहीं। रूस की सेना ने यूक्रेनी सैनिकों से कहा है कि वे हथियार छोड़कर निकल जाएं तो उन्हें कुछ नहीं कहा जाएगा। मारियुपोल शहर में फिलहाल रूसी सेना का अभियान लगभग पूरा हो गया है। मारियुपोल शहर पूरी तरह से तबाह हो चुका है।