Ainnews1.com: भाजपा की राजनीति मे प्रदेश के पंचायती राज्य मंत्री भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने का असर बिजनौर की राजनीति पर भी काफ़ी हद तक नजर आएगा। जहां जिले में भाजपा के अंदर पनप रही गुटबाजी समाप्त होने के आसार तो नजर आने लगे हैं। वहीं, कुछ भाजपा नेता घोषणा होते ही चौधरी साहब से मुलाकात के लिए रवाना भी हो गए। माना जा रहा है कि जिले में भाजपा की राजनीति में इस समय दो धड़ होते अलग ही दिख रहे थे। इसका असर जिला पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर साफ साफ नजर आया था।पंचायती राज्य मंत्री भूपेंद्र चौधरी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलते ही जिले में भाजपा का एक धड़ा बेहद उत्साहित हो गया। यूं तो भूपेंद्र चौधरी जिले से कभी चुनाव नहीं लड़े, लेकिन जिले में उनकी बहुत गहरी पैठ बताई जाती है। वर्तमान में इस जिम्मेदारी के बाद जिले में भाजपा की राजनीति में काफ़ी बदलाव के आसार नजर आने की उम्मीद बढ़ गई है। कुछ समय पहले जहां अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा के ही कुछ सदस्य अविश्वास प्रस्ताव लाने को नोटिस देने डीएम के पास पहुंच गए थे।
मामला गरमाया तो जिपं सदस्य को पार्टी से बाहर कर दिया गया।भले ही इस प्रकरण में एक ही नाम सामने अभी तक आ रहा था, लेकिन पर्दे के पीछे कुछ और खिलाड़ी भी होने की बात सामने आ रही थी। अब जैसे ही राज्यमंत्री भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिली तो एक पक्ष में बेहद खुशी की लहर दौड़ गई। अविश्वास प्रस्ताव के खेल में शामिल कुछ नेताओं के माथे पर अब चिंता बढ़ गई।राज्यमंत्री को दोपहर के समय जैसे ही प्रदेश अध्यक्ष बनाने की घोषणा हुई, जिले के कई नेता तुरन्त दिल्ली और लखनऊ की ओर रवाना हो गए। कुछ अफसर भी मुलाकात के लिए पहुंचने शुरू हो गए। माना जा रहा है कि आने वाले समय में जिले में भाजपा की राजनीति पर भी इसका काफ़ी गहरा असर नजर आएगा।