AIN NEWS 1: राजस्थान RTH को लेकर डॉक्टर्स की हड़ताल पर अब सीएम अशोक गहलोत ने दिया बड़ा बयान. सीएम गहलोत ने अपने बयान में कहा कि आरएसएस से जुड़े कुछ लोग डॉक्टर्स को इस मामले में भड़का रहे हैं.सीएम ने आगे कहा कि मैं पूरी सच्चाई बता रहा हूं. दो डॉक्टर दिल्ली से आए थे, और मुझ से फोन पर बात की. मैंने कहा, जाकर आप हमारे फाइनेन्स सेक्रेटरी से मिल लीजिए. वह मिले भी, और बहानेबाजी की और फिर गवर्नर से मिलकर वो चले गए.सीएम गहलोत ने कहा कि वो मुददे को भड़का कर वापस चले गए.वह ज़रूर आरएसएस के लोग हैं. आरएसएस की एक लॉबी है जो डॉक्टर्स को बरबाद कर रही है.उन्हे गुमराह कर रही है और डॉक्टर गद्दार के चक्कर में एक हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार से जब बात हुई उसमे में कई सीनियर डॉक्टर भी थे और वे कहते हैं कि इन्होंने अकेले ही बात कैसे कर ली?
सीएम ने आगे कहा कि अभी तो यह कानून पास हुआ है, इसके नियम बनने तो अभी बाकी हैं. नियम बनेंगे तब और उनकी सभी गलतफहमी दूर कर लेंगे. सभी डॉक्टर्स से सीएम ने अपील करते हुए कहा कि वो अहम छोड़ दें. केवल कुछ लोगों ने यह गलतफहमी पैदा की है. और डॉक्टर्स ने सीएस और फाइनेन्स सेक्रेटरी से बात की थी. उनकी जो मांगे थीं, सुझाव थे, वो सब अब मान लिए गए. उसके बाद ही 4-5 डॉक्टर कहते हैं कि वो गद्दार लोग थे.मिलने कैसे चले गए, हमे पूछा क्यों नहीं? सीएम बोले कि वह आरएसएस से सम्बन्धित डॉक्टर थे.बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा आमजन को त्वरित चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए ही लागू किए गए राइट टू हेल्थ बिल का विरोध थमने का बिलकुल नाम नहीं ले रहा है. चिकित्सकों और सरकार के बीच अभी भी कोई ठोस बात बनती नजर नहीं आ रही है. ऐसे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नेतृत्व में शुक्रवार देर शाम सेवारत, निजी और रेजिडेंट चिकित्सकों ने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डीन कार्यालय से मामा भांजा चौराहा तक एक कैंडल मार्च निकाला और प्रदेश सरकार द्वारा लागू किए गए राइट टू हेल्थ बिल का विरोध करते हुए सरकार से इस बिल को तुरंत वापस लेने की मांग की.