AIN NEWS 1: बता दें तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने राम भक्तों के एक-एक खून का बदला लिए जाने की अब बात कही है। शुक्रवार को आगरा में श्रीराम कथा के दौरान ही उन्होंने कहा, “हमने किसी का अपमान नहीं किया, लेकिन हमारे ग्रंथों का अपमान हुआ है। हिंदुत्व का अपमान हुआ है । याचना नहीं अब रण होगा, संग्राम महाभीषण होगा । और उन्होने “अयोध्या की घटना का जिक्र करते हुए कहा, “1990 की घटना को हम भूले नहीं हैं। निहत्थे राम भक्तों पर गोली चला दी गईं। सरयू मैया खून से लाल हो गईं। कोठारी वंश का पूरी तरह नाश हो गया। दो बच्चों को घर से घसीट कर लाया गया और उन्हे गोली मारी गई। अब राम भक्तों के एक-एक खून का बदला लिया जाएगा।””मैं भाजपा का एजेंट नहीं, भाजपा मेरी एजेंट हो सकती है” रामभद्राचार्य ने आगे विपक्षियों द्वारा भाजपा का एजेंट बताए जाने का भी उन्होने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मेरे लिए कहा जा रहा है कि मैं भाजपा का एजेंट हूं तो मे बता दूं । मैं भाजपा का एजेंट नहीं हूं। भाजपा मेरी एजेंट जरूर हो सकती है। मैं जगतगुरु हूं। हिंदुओं को यह विश्वास दिलाता हूं कि जहां हिंदुत्व को चुनौती मिलेगी, मैं त्रिदंड लेकर वहां पर मौजूद रहूंगा और प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दूंगा।”
“मेरे बयान से विपक्ष को लगती है मिर्ची” मुलायम और कांशीराम को लेकर दिए अपने बयान पर रामभद्राचार्य ने कहा, “यह लोग हमको कुछ भी कह लें, हमको इससे कोई परेशानी नहीं होती। लेकिन, हम कुछ कह दें तो इनको मिर्ची लग जाती है। जब इन लोगों ने यह कहा- ‘मिले मुलायम कांशीराम, हवा में उड़ गए…’ तो हमने इसपर कुछ नहीं कहा। जब कल मैंने कह दिया तो इन्हे क्यों मिर्ची लग गई। मैं आदर करता हूं नेताजी का भी और कांशीराम का भी । अब तो चले गए वह लोग । इसलिए मैंने यह कह दिया मरे मुलायम- कांशीराम, प्रेम से बोलो जय श्री राम । “”एक-एक खून का लिया जाएगा बदला ” स्वामी रामभद्राचार्य ने आगे कहा, “हमने किसी का अपमान कभी नहीं किया, लेकिन राम भक्तों के एक-एक खून का अब सब बदला लिया जाएगा। बाबर की संतान बनकर मत रहो।”और उन्होंने आगे कहा, “मैं सौहार्द नहीं बिगाड़ रहा हूं। मैं खुलकर यह कह रहा हूं। सबको यहां रहना है और जिसे भारत में रहना है वंदे मातरम कहना है। सब लोग यहां पर रहो। लेकिन रघुवर की संतान बन के रहो, बाबर की संतान बनकर मत रहो।”रामभद्राचार्य ने सवाल किया, “क्या हमने रहीम जी को चित्रकूट में स्थान नहीं दिया? क्या रसखान जी को वृंदावन में स्थान नहीं दिया? अगर रहना है हिंदुस्तान में तो आक्रांता की संतान बनकर बिलकुल मत रहो । भारत के निर्माण में सहभागिता दिखाओ, हम तुम्हारा स्वागत करते हैं । ”
“मुझ पर बरसाए डंडे, नहीं दिखाई दया” अयोध्या घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने साफ़ कहा, “इन लोगों को जरा भी दया नहीं आई। मेरा शरीर तो भौतिक दृष्टि से असमर्थ था। और मुझे जेल में बंद कर दिया। डंडे मारे गए। मेरे दाहिने हाथ की कलाई टूट गई। हमें 8 दिन बंद रखा गया।” उन्होंने कहा, “हमने अयोध्या में प्रतिज्ञा की थी जब राम मंदिर बन जाएगा, तब ही कथा करूंगा, मंदिर बन गया। आगामी 14 जनवरी को रामलला गर्भगृह में विराजेंगे और उस दिन मैं अपने 75 वर्ष में अमृत काल में प्रवेश करूंगा।”
“अब हमको चाहिए पाक अधिकृत कश्मीर ” रामभद्राचार्य ने आगे कहा, “हम 1,000 हनुमंत महाकुंडीय यज्ञ करेंगे। हमको अब पाक अधिकृत कश्मीर भी चाहिए। हम आपको पूरा वचन दे रहे हैं, मेरे ही काल में राम जन्मभूमि मिली, कृष्ण जन्मभूमि भी मिलेगी, विश्वनाथ मिलेंगे और गंगा-यमुना स्वच्छ होगी।”ऐसी स्थिति ना आए कि वृद्ध आश्रम बनाने पड़ें स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कथा में कहा कि अपनी माता और अपनी जन्मभूमि स्वर्ग से भी ज्यादा श्रेष्ठ होती है। माता हमारी स्वर्ग से भी बड़ी है, इनका अपमान करके कोई भी सुखी कभी नहीं रह सकता। शहर में जगह-जगह वृद्ध आश्रम बने हुए हैं, मैं कहता हूं कि ऐसी स्थिति ना आए कि कही वृद्ध आश्रम बनाने पड़ें। उन्होंने महिलाओं से कहा कि एक बार सासू मां की सेवा करके लाखों पार्वती पूजा का फल मिल जाता है।
जाने सपा ने पुलिस से शिकायत की
इस बीच, रामभद्राचार्य के मरे मुलायम- कांशीराम अब बोलो जय श्रीराम नारे के विरोध में सपा के प्रदेश सचिव रामगोपाल बघेल ने अब आगरा के सदर थाने में एक शिकायती पत्र दिया है। बघेल ने इसे समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुखिया मुलायम सिंह यादव और बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम का अपमान बताया है। उनके मुताबिक स्वाम रामभद्राचार्य ने दलितों और पिछड़ों का भी अपमान किया है।