AIN NEWS 1: राम नवमी का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है, और इस शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन कर सनातन संस्कृति का उदाहरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी देशवासियों को राम नवमी की शुभकामनाएं दीं और कन्या पूजन को भारतीय संस्कृति में ‘मातृशक्ति’ की उपासना का प्रतीक बताया।
गोरखनाथ मंदिर में हुआ भव्य आयोजन
गोरखपुर का गोरखनाथ मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आध्यात्मिक केंद्र भी है। राम नवमी के दिन यहां हर वर्ष विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें कन्या पूजन भी प्रमुख होता है। इस वर्ष भी, राम नवमी 2025 के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने नवदुर्गा के प्रतीक रूप में नौ कन्याओं को भोजन कराकर उनका पूजन किया।
कन्या पूजन का महत्व
भारतीय संस्कृति में कन्या पूजन का विशेष महत्व है। नवरात्रि के अंतिम दिनों में नौ कन्याओं को देवी दुर्गा के नौ रूपों का प्रतीक मानकर उनका पूजन किया जाता है। यह परंपरा मातृशक्ति के सम्मान और उनके प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। योगी आदित्यनाथ ने इस परंपरा को निभाते हुए कन्याओं को तिलक लगाकर, चरण धोकर और उन्हें भोग प्रसाद खिलाकर पूजा की।
मुख्यमंत्री का संदेश
कन्या पूजन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“राम नवमी के इस पावन अवसर पर मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ कि मैंने कन्या पूजन किया। भारतीय संस्कृति में ‘मातृशक्ति’ के प्रति भक्ति की भावना रची-बसी है, और नवरात्रि में यह भाव और भी अधिक प्रकट होता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि समाज में महिलाओं और बालिकाओं का सम्मान और सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। कन्या पूजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक है।
नवरात्रि का आध्यात्मिक स्वरूप
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसमें नौ दिनों तक देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। यह पर्व आत्मशुद्धि, साधना और शक्ति की आराधना का प्रतीक माना जाता है। राम नवमी, नवरात्रि के अंतिम दिन मनाई जाती है, जब भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इस दिन को विजय, मर्यादा और धर्म की स्थापना के रूप में मनाया जाता है।
गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़
राम नवमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था, और पूजा-अर्चना के साथ भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। योगी आदित्यनाथ ने मंदिर परिसर में भक्तों से मुलाकात भी की और सभी को शुभकामनाएं दीं।
सामाजिक संदेश
योगी आदित्यनाथ का कन्या पूजन न केवल धार्मिक परंपरा का निर्वहन था, बल्कि इसके पीछे एक गहरा सामाजिक संदेश भी था—कि बालिकाओं का सम्मान करना चाहिए, उन्हें अवसर देने चाहिए और समाज में समान स्थान मिलना चाहिए। यह संदेश आज के दौर में विशेष रूप से प्रासंगिक है, जब देश में नारी सशक्तिकरण पर ज़ोर दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राम नवमी पर कन्या पूजन करना भारतीय संस्कृति की जड़ों को मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है। यह आयोजन न केवल धार्मिक भावना को जाग्रत करता है, बल्कि समाज को यह भी याद दिलाता है कि नारी शक्ति का सम्मान करना हमारी संस्कृति की पहचान है।
On the occasion of Ram Navami 2025, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath performed Kanya Pujan at the Gorakhnath Temple, emphasizing the deep-rooted cultural reverence for Maatri Shakti in Indian tradition. The event, celebrated during Navratri, reflects the values of devotion, respect, and empowerment of girls and women in society. This spiritual gesture by the UP CM underlines the significance of preserving India’s spiritual heritage through religious observances like Kanya Pooja.