Ainnews1.com: भोपाल में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में एक ऐसा मामला पहुंचा हैं कि सब दंग रह गए। काउंसलर भी पति पत्नी के बीच झगड़े की वजह सुनकर चोक गए। पति का कहना था कि पत्नी रोज उबली लौकी और दलिया ही खिलाती है। इस वजह से मैं उसके साथ नहीं रहना चाहता। बाद में दोनों को काउंसलर्स ने समझाया और अब दोनों साथ रहने को राजी हो गए हैं। मामला बेहद रोचक है। प्राधिकरण से महिला ने संपर्क किया था। उसका कहना था कि पति चिड़चिड़ाता है। इस वजह से बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। पहले भी दोनों का विवाद बहुत बार हुआ है। फिर वह पति के साथ रहने लगी थी। एक साल हो गया, लेकिन पति लेने नहीं आया। पति का कहना है कि उसके ससुर को दिल की बीमारी है। इस वजह से उसकी पत्नी उसे भी रोज-रोज लौकी की उबली सब्जी और दलिया खिलाती है। वह यह नहीं खाना चाहता। वह रोज-रोज यह खाकर तंग आ गया है। इसके अलावा पत्नी के मायके वाले भी रोजमर्रा की जिंदगी में बेवजह हस्तक्षेप करते हैं। इस वजह से पत्नी के साथ ही नहीं रहना चाहता। पति का कहना है कि पत्नी के परिजनों का घर में बहुत अधिक हस्तक्षेप हो गया है।
मैं न तो बीमार हूं और न ही मुझे कोई दिल की बीमारी है। इसके बाद भी मुझे रोज-रोज लौकी खिलाई जा रही है। इससे ऊब गया हूं। बच्चों ने भी बताया कि मां रोज-रोज लौकी बनाती है। जानकारी के अनुसार दंपती की शादी 2010 में हुई थी। उनका एक बेटा और एक बेटी भी है। महिला ने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया था। इससे दोनों में दूरियां बढ़ गई थी। वह इस समय गौतम नगर क्षेत्र में अपने पिता के साथ रह रही थी।
लिखित समझौता हुआ
प्राधिकरण के सचिव एसपीएस बुंदेला के मुताबिक पत्नी को समझाया गया है कि पति और बच्चों को सिर्फ लौकी न खिलाएं। अन्य सब्जियां भी बनाकर दें। साथ ही दोनों में लिखित समझौता भी कराया गया है। दोनों ने लिखकर दिया है कि वे एक-दूसरे के साथ अभद्र व्यवहार कभी नहीं करेंगे।