AIN NEWS 1: बता दें उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने जब कृषि क्षेत्र से जुड़े विधायकों के साथ अपना संवाद कार्यक्रम किया. राजधानी लखनऊ के एक होटल में ही आयोजित इस कार्यक्रम में भाजपा, सपा समेत अन्य सभी दलों के वो सभी विधायक रहे जो केवल कृषि क्षेत्र से जुड़े हैं. इस अवसर पर महाना ने सभी विधायकों से कहा कि आप लोग जनता से बढ़चढ़कर वादे न कीजिए, बल्के काम कराने का केवल उतना ही वादा कीजिए जितना की पूरा किया जा सकता हो. साथ ही यह भी कहा कि आप लोग कभी भी काम पूरा कराने की नहीं बल्कि काम को पूरा कराने के प्रयास की गारंटी दीजिए. क्योंकि अगर आप जनता का वो काम पूरा नहीं करा पाए जिसके लिए आपने वादा किया तो फिर उसका आपसे विश्वास आप पर से उठ जाएगा. उन्होंने विधायकों को भी जनता का ज्यादा से ज्यादा काम कराने की आदत डालने का भी सुझाव दिया.
विधानसभा अध्यक्ष के सामने छलका विधायकों का दर्द
इस मौके पर विधायक चौधरी बाबूलाल ने कहा कि किसानों को जितनी भी सुविधा मिलेगी, प्रदेश उतनी ही ज्यादा उन्नति करेगा. यहां सभी किसानों के आवश्यक संसाधनों की कमी को पूरा करने की भी आवश्यकता है. कई बार अधिकारियों की तरफ से भी विधायकों को सम्मान नही मिलता है जिससे जन समस्याओं को पूरी तरह हल करने में काफ़ी असुविधा होती है. विधायक भूपेश चौबे ने कहा कि किसानों को भी विभागों के चक्कर लगाने पड़ते हैं. कुछ ऐसी व्यवस्था हो कि उन्हें काफी ज्यादा परेशानी न हो. विधायक राकेश सिंह ने कहा कि स्थानीय बिजली अधिकारी-कर्मचारी किसानों को काफ़ी परेशान कर रहे हैं. ये किसानों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है जिसका समाधान आवश्यक है. उन्होंने सुझाव दिया कि किसानों को विधानसभा की कार्यवाही को भी दिखाया जाना चाहिए.
जाने विधायकों ने उठायी किसानों की समस्या
विधायक प्रवक्तानंद ने भी कहा कि बिजली के स्थानीय अधिकारियों को किसानों को और अधिक परेशान करने से रोका जाए. साथ ही नए विधायकों के लिए एक ऐसा सेल बनाया जाए जिससे वह अपने सुझाव भी दे सकें. विधायक योगेश शुक्ला ने कहा कि सहकारिता और कृषि विभाग मिलकर जो काम करे तो किसानों को इससे काफी राहत मिलेगी. विधायक राजपाल सिंह बालियान ने भी बिजली को लेकर स्थानीय अधिकारियों की तरफ से किसानों को परेशान करने की बात रखी. इसके अलावा विधायक प्रभु नारायण सिंह, अनिल सिंह, प्रसन्न कुमार, अनिल कुमार, सुरेश्वर सिंह, सदस्यों ने भी किसानों के लिए बिजली सप्लाई एवं सिचाई व्यवस्था के साथ कृषि विपणन को लेकर भी अपनी बात रखी.
जाने विधायकों के समूह बनाकर फूड प्रोसेसिंग कम्पनियों में भेजे जाएंगे
मालूम हो कि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विभिन्न क्षेत्रों जैसे डॉक्टर, इंजीनियर समेत अन्य बैकग्राउंड के विधायकों के साथ भी ऐसे ही संवाद कार्यक्रम किये थे. सतीश महाना ने कहा कि जनता की जरूरतों को एक विधायक से अधिक और कोई नहीं जान सकता है. इसलिए कृषि क्षेत्र से जुडे विधायकों के अनुभव का लाभ जनता को दिलाने के लिए छोटे-छोटे समूहों का गठन करके उन्हें फूड प्रोसेसिंग कम्पनियों में भी भेजने पर विचार किया जाएगा. और इसका लाभ ऐसी कम्पनियों को भी मिलेगा. जल्द ही विधायकों के समूह बनाकर सम्बन्धित मंत्रियों और अधिकारियों के साथ भी समन्वय बैठकों का आयोजन किए जाने पर विचार किया जा रहा है.विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि हमारी लोकतान्त्रिक व्यवस्था में चुनाव एक बार तो आप जीत सकते हैं, लेकिन कई बार सकारात्मक कार्यशैली और प्रतिभा दिखाकर ही कोई भी चुनाव जीता जा सकता है. बदलते समय में अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि पर उस क्षेत्र की जनता की बहुत पैनी निगाह रहती है.